ग्रेटर हैदराबाद निगम चुनाव में भाजपा अपने बेहतर प्रदर्शन के बाद ओवैसी की पार्टी पर अधिक आक्रामक हो गई है। टीवी पर डिबेट के दौरान भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने ओवैसी की तुलना जिन्ना से कर दी।

इस पर न्यूज एंकर ने AIMIM चीफ से कहा कि ओवैसी जी साबित कीजिए अपनी देशभक्ति। न्यूज एंकर के सवाल के जवाब में असदउद्दीन ओवैसी ने कहा कि अरे मैडम जब मैं जिंदगी में यहां से चला भी जाउंगा ना तो भी मेरे आने वाली 10 नस्लों को यह पूछते रहेंगे कि अपनी देशभक्ति साबित करो। ओवैसी ने कहा कि भाड़ में जाए…मैं इन लोगों की देशभक्ति का सर्टिफिकेट लेने का मोहताज नहीं हूं। ओवैसी ने कहा कि मैं इनकी देशभक्ति के सर्टिफिकेट को जूती पर रखता हूं।

ओवैसी ने कहा कि मैं भारत का वफादार हूं और रहूंगा। ओवैसी ने भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी से सवाल किया कि क्या वह बताएंगे कि कितने मुसलमानों ने मुस्लिम लीग को वोट दिया था। उन्होंने कहा कि आप इतिहास को आधा छुपा लेते हैं और आधा ही बताते हैं।  इससे पहले मुस्लिमों को लेकर भाजपा के मौजूदा रुख पर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि यह हमारा कोई तात्कालिक प्लान नहीं है।

उन्होंने कहा कि जब देश आजाद हुआ था उस समय 50 के दशक में मुसलमान देश की मुख्यधारा में मिलने को तैयार थे। उन्होंने कहा कि तब ना रामजन्म भूमि के लिए कोई केस था और ना ही कोई मुस्लिम पर्सनल लॉ की बात करता था। भाजपा नेता बोले कि पहले नेहरू ने कहा कि हम मदरसे की शिक्षा अलग कर देंगे। फिर 70 के दशक में इंदिरा गांधी ने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड बना देंगे।

फिर मामला और आगे बढ़ा और 80 के दशक में पहली बार इमाम बुखारी से फतवा जारी कराया गया। त्रिवेदी ने कहा कि फिर वीपी सिंह उसके आगे निकल गए। उन्होंने भी फतवा जारी कर दिया और इंदिरा जी और कांग्रेस की जमीन खींच ली। भाजपा नेता बोले कि फिर मुलायम और लालू उसके आगे निकल गए। एक ने कहा कि रथ यात्रा रोंक दें…गोली चलवा देंगे।

जबकि मुलायम सिंह ने कहा कि मैंने 16 हिंदू मरवा दिए थे…40 मर जाते तो कम नहीं था। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि ये जो कंपीटिशन शुरू हुआ उसमें ओवैसी जैसे लोग कहते हैं कब तक पीछे चलोगे अब अपना नेता चुनो। यही बात जिन्ना ने भी कही थी…अपना नेता चुनो कांग्रेस के पीछे मत खड़े हो। आज AIMIM वही बात कह रही है।

इन्हें इस मुकाम तक सेकुलरिज्म के सूरमाओं ने पहुंचाया है। मालूम हो कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के चुनाव में बीजेपी ने जबरदस्त प्रदर्शन के साथ 48 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं, टीआरएस को 56 और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को 44 सीटों पर जीत मिली।

कांग्रेस के सिर्फ 2 सीट से संतोष करना पड़ा। इस बार किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। 150 वार्डों वाले ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम में बहुमत के लिए 75 सीटों की जरूरत होती है।