मध्य प्रदेश के ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर एक दंपति ने तीन नाबालिग बच्चों को छोड़ दिया। इसमें एक दो महीने का बेटा भी शामिल है। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) पुलिस थाना प्रभारी संजय आर्य ने पीटीआई को बताया कि 6 और 7 साल की उम्र की दो लड़कियां और लड़का झुलस गए थे। शुक्रवार रात बुकिंग काउंटर के पास तीनों नाबालिग लावारिस हालात में पाए गए।
संजय आर्य ने बताया कि लड़के को तुरंत सरकारी कमला राजा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि दोनों लड़कियों को महिला एवं बाल विकास विभाग की मदद से आश्रय गृह भेज दिया गया। अधिकारी ने कहा कि लड़कियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने पिछले दो-तीन दिनों में अपने माता-पिता के साथ अलग-अलग ट्रेनों में यात्रा की, जो उन्हें सोते समय छोड़कर चले गए।
संजय आर्य ने कहा कि लड़कियों ने यह भी बताया कि वे धौलपुर (राजस्थान) से यहां आई हैं। अधिकारी ने कहा, “कुछ ऑटो-रिक्शा चालकों ने पुष्टि की कि जब बच्चे यहां आए तो वे अपने माता-पिता के साथ थे। पुलिस इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है और बच्चों के माता-पिता की तलाश की जा रही है।”
उप निरीक्षक ने बताया कि जब बच्चों को गहरी नींद से उठाया गया तो वह माता-पिता के लिए रोने लगे। दोनों बेटियों की उम्र 6 और 7 साल बताई जा रही है। वहीं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी राहुल पाठक ने कहा कि दोनों लड़कियों से दो-तीन बाद टीम काउंसलिंग करेगी। वहीं केआरएच के पीडियाट्रिक विभाग के अध्यक्ष डॉ अजय गौड़ ने बताया कि नवजात बच्चे की हालत ठीक नहीं है और खून की कमी है।
उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक ही परिवार के पांच लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई है। आरोपी युवक ने खुद भी खुदकुशी कर ली। एक ही परिवार के 6 लोग मारे गए। बताया जा रहा है कि सनकी युवक ने अपनी मां को गोली मारी, पत्नी को हथौड़े से पीटा और फिर बच्चों को भी मौत के घाट उतार दिया। ये सब के बाद उसने खुद को भी गोली मारने का काम किया।