Lalu Pari-War: तेज प्रताप यादव ने अपनी बहन रोहिणी आचार्य के राजनीति छोड़ने और परिवार से नाता तोड़ने के बाद तेजस्वी यादव पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बहनों का दर्द क्या होता है वो तेजस्वी क्या समझेगा। उन्होंने कहा, “बहन का मतलब मैं समझता हूं। सात बहनों के बाद एक भाई पैदा हुआ था दुआओं से, मन्नतों से और पूरे घर की खुशियों के बीच। मैं सबका लाड़ला था, सबकी आंखों का तारा। लेकिन आज क्या हो रहा है।”
जनशक्ति जनता दल पार्टी के इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की गई एक पोस्ट में तेज प्रताप यादव ने कहा, “तेजस्वी ने जयचंदों रूपी षड्यंत्रकारियों को हमारे परिवार में इस तरह घुसने दिया कि पूरा परिवार बिखर गया। RJD परिवार तार-तार हो गया और ये सब सिर्फ इसलिए क्योंकि कुछ लोग पार्टी को हड़पने के लालच में थे। मेरे बिहार की सभी माताओं, बहनों, भाइयों और बेटियों से हाथ जोड़कर विनती है, इन घटनाओं पर चुप मत रहिए। RJD के नेतृत्व से जवाब मांगिए। जब मलाई बांटने का समय था तो सब कतार बनाकर बैठे थे। तो आज मेरे परिवार के टूटने पर ये सब चुप क्यों हैं।”
आज मेरा घर संकट में है- तेज प्रताप यादव
तेज प्रताप यादव ने आगे कहा, “आज मेरा घर संकट में है। मेरी माता-पिता असुरक्षित हैं। मेरी बहनें घर छोड़कर चली गईं। पूरा परिवार पीड़ा से गुजर रहा है। जनता मालिक से आग्रह है, इन जयचंदों को पहचानिए। इनसे सवाल कीजिए। लोकतांत्रिक तरीके से घेराव कीजिए। क्योंकि सच यही है, परिवार तोड़ने वालों का अंत कभी अच्छा नहीं होता। समाज स्वयं उन्हें जवाब देता है। बिहार की जनता जाग चुकी है और इन गद्दारों को जनता उनके कर्मों का हिसाब जरूर देगी।”
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मेरा पूरा परिवार ही निगल लिया- तेज प्रताप यादव
बिहार के पूर्व मंत्री ने कहा, “तेजस्वी ने जिन जयचंदों रूपी राक्षसों को घर के अंदर तक प्रवेश दिया, उन्होंने पूरा परिवार ही निगल लिया। पार्टी को हड़पने के लालच ने आज RJD को रसातल में पहुंचा दिया है। मेरे बिहार की सभी माताओं, बहनों, भाइयों और बेटियों से फिर से निवेदन है,अपने-अपने इलाकों में RJD नेतृत्व से पूछिए, जब मालाइयां खाने का समय था, तब तो सब साथ थे। आज मेरे परिवार के टूटने पर सब चुप क्यों हैं। मेरा घर बर्बाद हो चुका है। मेरे राजनीतिक गुरु, मेरे पिता जी और माता जी आज जीवन के गहरे संकट में हैं। मेरी बहनें घर छोड़कर चली गईं। ये दर्द सामान्य नहीं है।”
तेज प्रताप यादव ने कहा, “अगर ऐसे ही चलता रहा, तो बिहार की जनता स्वयं इन जयचंदों का लोकतांत्रिक घेराव करेगी, इनके चेहरे बेनकाब करेगी और सच सामने लाकर ही दम लेगी। जिस दिन जनता खड़ी हो गई। इनके सारे नकाब उतर जाएंगे। इनके पाप भी सामने आएंगे। मेरी बहन पर जो अपमान हुआ, उसका जवाब बिहार की जनता कानून, लोकतंत्र और सामाजिक मर्यादा के भीतर इन लोगों से जरूर लेगी। बिहार की मिट्टी अन्याय को कभी माफ नहीं करती और इन जयचंदों को भी जनता अपने फैसले से इस धरती से राजनीतिक रूप से विदा करेगी।
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