समाजवादी पार्टी में जारी कलह अभी शांत होती नहीं दिख रही है। इस बीच दोनों गुट चुनाव चिह्न साइकिल पर दावेदारी को लेकर चुनाव आयोग पहुंच चुके हैं। साइकिल किसकी होगी इस पर आयोग फैसला करेगा लेकिन उससे पहले सट्टा बाजार में सटोरिए सक्रिय हो गए हैं। लिहाजा, साइकिल चुनाव चिह्न किसके पास रहेगा? मुलायम और अखिलेश एकसाथ यूपी विधान सभा चुनाव लड़ेंगे या अलग-अलग? इन अटकलों पर लोग जमकर सट्टा लगा रहे हैं।
सट्टा बाजार में साइकिल चुनाव चिह्न अखिलेश यादव को मिलेगा इसका रेट 1 रुपये 25 पैसे लगा है जबकि साइकिल चुनाव चिह्न मुलायम सिंह को मिलने पर 65 पैसे का भाव चल रहा है। चुनाव चिह्न फ्रीज होने पर 40 पैसे का रेट तय है। वहीं, अखिलेश मुलायम के साथ-साथ चुनाव लड़ने पर 55 पैसे का भाव और अकेले-अकेले लड़ने पर 45 पैसे का भाव चल रहा है। इसके अलावा पांचों राज्यों में होने वाले विधान सभा चुनावों को लेकर भी सटोरिए सक्रिय हैं। लोग अपनी-अपनी पसंद की राजनीतिक पार्टियों की जीत की संभावना पर जमकर सट्टा लगा रहे हैं।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी में पिछले कई महीनों से कलह जारी है। चाचा-भतीजे की लड़ाई से शुरु हुआ यह पारिवारिक कलह अब अब पिता-पुत्र की लड़ाई के रूप में बदल चुका है। हालांकि, पार्टी में कुछ लोग अभी भी सुलह की कोशिशों में लगे हुए हैं तो दूसरी ओर पार्टी और दफ्तर पर कब्जे की कोशिश भी जारी है। इस बीच अखिलेश गुट ने चुनाव आयोग को करीब 1.5 लाख पन्नों के दस्तावेज सौंपे हैं, जबकि मुलायम सिंह यादव सोमवार को आयोग में दस्तावेज सौपेंगे। आयोग ने समर्थक विधायकों, विधान पार्षदों और सांसदों के हस्ताक्षरयुक्त हलफनामा सौंपने की आखिरी तारीख 9 जनवरी तय की है।

