सीखने की कोई उम्र नहीं होती। पंजाब के होशियारपुर के रहने वाले सोहन सिंह गिल ने इस बात को साबित कर दिखाया है। दुनिया के सामने मिसाल पेश करते हुए उन्होंने 83 वर्ष की उम्र में अपनी मास्टर डिग्री (Master Degree in English) हासिल की है। 18 सितंबर 2019 को उन्हें यह डिग्री दी गई। जालंधर की लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (Lovely Professional University, Jalandhar) के एक समारोह में जब उन्हें डिग्री दी गई तो सदन तालियों की गड़गड़ाहट से काफी देर तक गूंजता रहा।
1957 में छोड़ दी थी पढ़ाईः होशियारपुर के दत्ता गांव में रहने वाले गिल ने 1957 में पढ़ाई छोड़ दी थी। उस वक्त उन्होंने महिपालपुर के खालसा कॉलेज से ग्रैजुएशन किया था। दो साल पहले 81 वर्ष की उम्र में गिल ने फैसला किया कि वे डिस्टेंस एजुकेशन कोर्स जॉइन करेंगे और इंग्लिश में मास्टर डिग्री हासिल करेंगे।
केन्या में रहकर सीखी इंग्लिशः उन्होंने कहा, ‘मेरी इच्छा शक्ति और ईश्वर की कृपा से मैंने फाइनली वह हासिल कर लिया जो मैं चाहता था। बचपन से ही अंग्रेजी में फेवरेट लैंग्वेज रही है। केन्या में रहने के दौरान मुझे इसमें प्रवीणता हासिल करने का मौका मिला।’ जब उन्हें डिग्री दी जा रही थी तो वहां मौजूद अन्य छात्रों में उन्हें देखने और उनसे मिलने को लेकर खासी उत्सुकता देखने को मिली। हर कोई उन्हें जबर्दस्त प्रेरणास्रोत बता रहा था।
हॉकी में भी खासी रूचिः इंडिया टुडे के मुताबिक गिल ने कहा, ‘मैं जानता था कि मैं इसे हासिल कर लूंगा, ऐसे में संदेह की कोई गुंजाइश नहीं थी। मैं IELTS के छात्रों को ट्रेनिंग दे चुका हूं, इसके साथ अच्छे नंबर भी हासिल कर चुका हूं।’ सोहन सिंह गिल 15 अगस्त 1937 को जन्मे थे। बचपन में स्कूली पढ़ाई उन्होंने गांव के ही स्कूल से की थी। इंग्लिश लैंग्वेज के अलावा उनकी स्पोर्ट्स खासतौर पर हॉकी में गहरी रूचि है। उन्होंने अपनी ललक, लगन, मेहनत और समर्पण से अपने सपने को पूरा कर दिखाया।