पंजाब के तरनतारन जिले के धोतियां गांव में जहरीली शराब की तस्करी का एक आरोपी सर्वसम्मति से पंच चुना गया है। उसे आम आदमी पार्टी का समर्थन हासिल था। आरोपी का नाम गुरपाल धोतियां हैं और जुलाई और अगस्त 2020 में माझा क्षेत्र में जहरीली शराब के मामले में उसका नाम सामने आया था। इस त्रासदी ने 100 से ज़्यादा लोगों की जान ले ली थी। गुरपाल और उसके भाई रशपाल धोतियां दो साल से ज़्यादा समय तक फरार रहा और पुलिस ने जहरीली शराब की त्रासदी में शामिल होने के आरोप में दोनों भाइयों की 2.4 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली थी।

जहरीली शराब त्रासदी मामले में आरोपों के अनुसार, गुरपाल और रशपाल कथित तौर पर अपने धार्मिक डेरे का इस्तेमाल अवैध शराब का कारोबार चलाने के लिए कर रहे थे।

AAP से क्या संबंध है?

साल 2022 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद रशपाल ने सरेंडर कर दिया था और बाद में उसे जमानत भी मिल गई। गुरपाल पर अवैध शराब की तस्करी के दो मामले दर्ज हैं। रशपाल के खुद को धार्मिक उपदेशक बताने के कारण पट्टी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव में दलित आबादी के एक वर्ग पर दोनों भाईयों का प्रभाव है। वे इस साल की शुरुआत में आम चुनावों के दौरान AAP में शामिल हुए थे।

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गुरपाल धोतियां ने पंच चुने जाने पर कहा, “मुझे आप और कैबिनेट मंत्री और पट्टी विधायक लालजीत सिंह भुल्लर का समर्थन प्राप्त है। मैंने नामांकन दाखिल किया है। मेरे खिलाफ किसी और ने नामांकन दाखिल नहीं किया है। इसलिए मैं सर्वसम्मति से चुना गया हूं।” दोनों भाइयों ने 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार और पट्टी के तत्कालीन विधायक हरमंदिर गिल का समर्थन किया था। यह तब हुआ जब गुरपाल कुछ समय के लिए अकाली दल में शामिल हुआ था और बाद में कांग्रेस में चला गया था। गुरपाल ही नहीं ढोटियां गांव की पूरी पंचायत, जिसमें 11 पंच और सरपंच शामिल हैं, सर्वसम्मति से चुनी गई है।