पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में रविवार शाम रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई हिंसा के बाद इंटरनेट बंद कर दिया गया है। हिंसा के दौरान कई वाहनों को आग लगा दी गई और उपद्रवी आपस में भिड़ गए, तोड़फोड़ और आगजनी की गयी। पुलिस ने इस घटना के संबंध में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया है।

सरकार ने धारा 144 लागू कर दी सोमवार रात 10 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद करने के आदेश दिए हैं। इस बीच किसी भी तरह की हिंसा को रोकने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

बंगाल में क्या हुआ था?

रविवार को भाजपा, विश्व हिंदू परिषद (VHP) और अन्य हिंदू संगठनों द्वारा रिशरा थाना क्षेत्र में दो रामनवमी जुलूस निकाले गए। पुलिस ने कहा कि दूसरे जुलूस पर शाम करीब सवा छह बजे जीटी रोड पर वेलिंगटन जूट मिल मोड़ के पास हमला किया गया। हंगामे में पुरसुराह से भाजपा विधायक बिमन घोष घायल हो गए। उन्होंने मीडिया को बताया कि पथराव में उनकी बाईं आंख में चोट आई है. उन्होंने दावा किया कि हमलावरों ने बम भी फेंके। उन्होंने बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस को पत्र लिखकर दावा किया कि जुलूस पर हमले की योजना बनाई गई थी और पुलिस मौके पर मौजूद नहीं थी। उन्होंने राज्य में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की तैनाती की भी मांग की।

भाजपा ने क्या कहा?

दूसरे जुलूस में शामिल भाजपा उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने पीटीआई-भाषा को बताया कि लोग शांतिपूर्वक जगन्नाथ मंदिर की ओर जा रहे थे तभी उन पर पथराव किया गया।

मीडिया से बात करते हुए घोष ने कहा, “रैली के दौरान, उनमें से कुछ ने पथराव किया, वाहनों में आग लगा दी। सब कुछ मेरे सामने हुआ। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। आज मेरी जान को खतरा था, मेरे सुरक्षाकर्मियों ने मुश्किल से मुझे बचाया.”

भाजपा नेता ने रामनवमी के दौरान हुगली में कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने के लिए तृणमूल कांग्रेस सरकार की आलोचना की। दिलीप घोष ने कहा, “पश्चिम बंगाल में हिंदू डरे हुए हैं। उन पर फिर से हमला हो सकता है।

टीएमसी का जवाब

तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता जॉयप्रकाश मजूमदार ने भी रामनवमी के दो दिन बाद जुलूस निकालने की जरूरत पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, ‘वे रमजान के पवित्र महीने में रामनवमी का जुलूस निकालने पर इतने उतावले क्यों हैं? भाजपा राजनीतिक लाभ के लिए अस्थिरता पैदा करने के लिए बंगाल में दंगे कराना चाहती है।’