हिंदू जनजागृति समिति शुक्रवार (3 मार्च, 2023) को महाराष्ट्र में एक बड़ी रैली निकालने जा रही है। समिति ने राज्य के ऐतिहासिक स्थलों और किलों पर मुसलमानों के अतिक्रमण के खिलाफ रैली निकालने का फैसला किया है। इस रैली में 25 संगठन शामिल होंगे, जो ऐतिहासिक किलों और स्थलों के जीर्णोद्धार एवं संरक्षण के लिए काम कर रहे हैं।

सरकार से हाई-लेवल कमेटी बनाने की मांग

नरीमन पॉइंट से आजाद मैदान तक रैली निकाली जाएगी। संगठन का कहना है कि राज्य में कई ऐतिहासिक स्थलों पर अतिक्रमण कर मस्जिद, दरगाह और कब्रिस्तान बनाए गए हैं। ऐसे में राज्य सरकार का ध्यान इस मुद्दे पर आकर्षित करने के उद्देश्य से यह रैली निकाली जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने सरकार से इस मुद्दे पर ध्यान देने के लिए एक हाई-लेवल कमेटी बनाने की भी मांग की है। संगठन ने इस अतिक्रमण को लैंड-जिहाद करार दिया है।

महाराष्ट्र में हिंदू जनजागृति समिति के अध्यक्ष सुनील धनवत ने कहा, “अगर हमें छत्रपति शिवाजी महाराज के समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक विरासत को बचाना है, तो गैरकानूनी निर्माणों को हटाना जरूरी है। राज्य सरकार को इस मुद्दे के समाधान के लिए एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति का गठन करना चाहिए। अगर इसे नजरअंदाज किया गया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।”

लोगों से रैली में शामिल होने का किया आग्रह

उन्होंने कहा कि रैली के जरिए दशकों से चली आ रही इस समस्या पर सरकार का ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की जाएगी। सुनील धनवत गुड-दुर्ग रक्षक समिति के संयोजक भी हैं। संगठन ने ज्यादा से ज्यादा लोगों से रैली में शामिल होने का आग्रह किया है। धनवत ने इसके लिए सोशल मीडिया पर पोस्ट किए और पैम्फलेट भी बांटे हैं। धनवत ने आरोप लगाया कि यह इस्लामी संगठनों की साजिश है, जिसके तहत ऐतिहासिक स्थलों और किलों को बदला गया है। उन्होंने कहा, “हमने देखा है कि कई जगहों पर अवैध मस्जिदें, दरगाह और कब्रिस्तान बनाए गए हैं। रायगढ़, विशालगढ़, कुलाबा, लोहागढ़, वंदांगड़ में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हुआ है।”

कहा, ऐतिहासिक स्थलों और किलों को बदलने की साजिश

हिन्दू जनजागृति समिति के नेता ने कहा, “श्रीक्षेत्र मंगलगढ़ को हाजी मलंग में परिवर्तित करने की गहरी साजिश है।” उन्होंने कहा, “ठाणे के दुर्गागढ़ किले में ईद के दौरान नमाज अदा की जाती है। उस समय, हिंदुओं को पूजा करने की अनुमति नहीं है।” धनवत ने आगे कहा, “भाजी प्रभु और फूलाजी प्रभु के स्मारक के साथ-साथ विशालगढ़ पर मंदिर परिसर में देवता को शीघ्र जीर्णोद्धार की आवश्यकता है। ये खराब स्थिति में हैं। प्रतापगढ़ में अफजल खान का कब्रिस्तान मौजूद है, लेकिन पूरी जमीन पर कब्जा कर लिया गया है।” उन्होंने आगे कहा, “मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के शासन में मुस्लिम संगठनों द्वारा भूमि हड़पना बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। राज्य सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए और कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।”