झारखंड के मुरी स्थित हिंडाल्को कंपनी में रेड मड कॉस्टिक पॉन्ड (तालाब) की दीवार धंसने से एक बड़ा हादसा हो गया। बताया जा रहा है कि हादसे की वजह से दो रेलवे ट्रैक में से एक पर मलबा बिखरा हुआ है, जिस कारण ट्रैक को फिलहाल बंद कर दिया गया है। साथ ही करीब 100 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो तालाब की 35 फीट ऊंची दीवार के सहारे लगाए गए मलबे का 80 फीट से ऊंचा ढेर, कीचड़ में तब्दील होकर आस-पास के गांवों तक पहुंच गया। यहीं नहीं इस मलबे की चपेट में कई डंपर, हाइड्रा व अन्य वाहन आए हैं। फिलहाल राहत और बचाव कार्य जारी है।

National Hindi News, 10 April 2019 LIVE Updates: दिन भर की बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

दीवार धंसने से बही मलबे की नदी: बता दें कि ये हादसा मंगलवार (9 अप्रैल) का है। जहां मुरी स्थित हिंडाल्को कंपनी में लाल मिट्टी का एक कॉस्टिक तालाब उस वक्त बहने लगा जब उसको रोकने के लिए बनाई गई 35 फीट ऊंची दीवार टूट गई। मिडिया रिपोर्ट्स की माने तो दीवार के टूटते ही लाल मिट्टी का मलबा नदी के बहाव की तरह आस-पास के गांवो तक पहुंच गया। गांव वालों के मुताबिक इस हादसे में सैकड़ों लोगों का पता नहीं चल रहा है। ग्रामीण किसी बड़ी अनहोनी की आशंका जता रहे हैं। बताया जा रहा है कि मलबे का बहाव इतनी तेज था कि वो मुरी-टाटा रेलवे लाइन तक पहुंच गया, जिसके चलते 5 घंटे तक ट्रेनों का संचालन बाधित रहा।

सीएम ने दिया ये आदेश: बताया जा रहा है कि हादसे के बाद सूबे के मुखिया रघुवर दास के निर्देश पर घटना की जांच सक्षम अधिकारियों को सौंपी गई है। कहा जा रहा है कि बचाव उपकरणों के अभाव में एनडीआरएफ की टीम देर रात तक बचाव कार्य शुरू नहीं कर पाई थी। हालांकि आज सुबह सर्च एंड रेस्क्यू शुरू हो गया है।

चार लोगों के घायल होने की बात कही जा रही: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हिंडाल्को के यूनिट हेड नित्यानंद रॉय ने बताया है कि घटना के बाद काम बंद करवा दिया गया है। फिलहाल जान-माल की कोई हानि नहीं होने की बात कही जा रही है। सिर्फ चार लोगों के घायल होने की बात बताई गई है। इस बीच रांची के डीसी राय महिपातन के मुताबिक अभी तक कोई शव नहीं मिला है। हताहतों की संख्या बताना अभी मुश्किल है।