हिमाचल प्रदेश के मंडी में एक अवैध मस्जिद को सील करने का फैसला लिया गया है। इलाके के डिप्टी कमिश्नर ने सील करने का आदेश सुनाया है। असल में इस मस्जिद को लेकर काफी विवाद था, कई हिंदू संगठन सड़क पर उतर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग भी करना पड़ा, वॉटर कैनन के जरिए पानी की बौछार भी हुई। लेकिन अब विवाद को बढ़ता हुआ देख डिप्टी कमिश्नर ने मस्जिद को सील करने का फैसला किया है।

मंडी में आखिर क्या विवाद हुआ?

जानकारी के लिए बता दें कि कंगना रनौत मंडी से बीजेपी सांसद हैं, उन्होंने इस विवाद पर अभी तक कुछ नहीं बोला है। लेकिन हिमाचल की राजनीति में इस नए विवाद ने भूचाल ला दिया है। समझने वाली बात यह है कि शिमला की संजौली मस्जिद को लेकर बवाल थमा नहीं है, हिंदू संगठन अभी भी सड़क पर उतर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, उस बीच अब मंडी विवाद ने तनाव को बढ़ा दिया है।

ना मंदिर से परहेज ना मस्जिद का विरोध… लेकिन ‘अवैध’ है तो विवाद होगा ही

संजौली मस्जिद को लेकर एक्शन में सरकार

वैसे इस समय संजौली विवाद को कम करने के लिए सीएम सुखविंदर सिंह सिक्खू एक्शन में आ गए हैं। उनकी तरफ से एक सर्वदलीय बैठक की जा रही है, एक कमेटी का गठन भी किया गया है। जोर देकर कहा गया है कि हिमाचल एक शांति प्रिय प्रदेश है और इसे ऐसा ही बने रहने दिया जाना चाहिए। अभी के लिए सर्वदलीय बैठक के जरिए वर्तमान हालात पर मंथन किया जाना है और के रोडमैप को लेकर भी चर्चा होनी है।

संजौली में तनाव क्यों बढ़ा?

बड़ी बात यह है कि संजौली विवाद में ज्यादा तनाव इसलिए देखने को मिला है क्योंकि पुलिस को भी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बल प्रयोग करना पड़ा है। कुछ दिन पहले ही शिमला की सड़कों पर लाठीचार्ज देखने को मिला था, वॉटर कैनन तक का इस्तेमाल हुआ। पुलिस के मुताबिक भीड़ को नियंत्रण में करने के लिए वो एक्शन लेना पड़ा, लेकिन हिंदू संगठन इससे खासा आक्रोशित हो गए और फिर उस कार्रवाई के खिलाफ भी प्रदर्शन शुरू हो गया।