हिमाचल प्रदेश के कसौली में लेडी अफसर की हत्या का मुख्य कारण सामने आ गया है। आरोपी होटल मालिक ने वारदात को अंजाम इसलिए दिया, क्योंकि अफसर ने घूस लेने से मना कर दिया था। यह बात पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी विजय सिंह ने कबूल ली है। आपको बता दें कि मंगलवार (एक मई) को यहां पर असिस्टेंट टाउन प्लानर के पद पर तैनात शैल बाला शर्मा की एक गेस्ट हाउस में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 51 वर्षीय अफसर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार यहां के मंडो मटकंडा इलाके में बने कुछ अवैध निर्माणों को ध्वस्त कराने पहुंची थीं। मगर उनकी कार्रवाई के दौरान होटल मालिक विजय बौखला उठा, जिसके बाद उसने उनकी हत्या कर दी थी।
दिल्ली पुलिस के डीसीपी (अपराध) राजेव देव ने इस बारे में कहा, “रितेश कुमार की टीम के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के वृंदावन से आरोपी को पकड़ा गया है। हिमाचल में हमारे सहयोगियों ने इस बारे में हमें सूचना दी थी, जिसके बाद हमारी संयुक्त टीम ने उसे बांके बिहारी मंदिर के पास से धर दबोचा।” लेडी अफसर की हत्या से पहले होटल मालिक और उसकी मां नारायणी देवी की शैल बाला से बहस हुई थी। तीन राउंड फायर करने के बाद वह नजदीक के जंगलों की ओर भाग निकला था, जिसके बाद उसने वहां से मथुरा के लिए टैक्सी ली थी। वह नेपाल भागने की फिराक में था।
आरोपी ने कबूला कि उसने इससे पहले लेडी अफसर को घूस देकर मामला रफा-दफा करने की कोशिश की थी। वह चाहता था कि लेडी अफसर उसके होटल के खिलाफ कार्रवाई न करें। मगर शैल बाला अपने फैसले पर अडिग रहीं और उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन किया।
घटना के दिन आरोपी ने शैल बाला को अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से धमकाया था। शुरू में उसने दो फायर हवा में किए थे। लेडी अफसर इसके बाद भी जब पिस्तौल से नहीं डरीं और उन्होंने कार्रवाई जारी रखी, जिसके बाद आरोपी ने उन्हें करीब आकर गोलियां मारीं और फरार हो गया। घटना में इस्तेमाल की गई पिस्तौल अभी तक बरामद नहीं हो सकी है।
आरोपी ने फरार होने के बाद अपने बाल, दाढ़ी और मूंछें भी कटा ली थीं, ताकि उसे पहचाना न जा सके। पुलिस को उसके पास से 12 एटीएम कार्ड और कुछ कैश मिला है। फरारी काटने के दौरान आरोपी अपने फोन स्विच ऑफ रखे था। वह इस दौरान बांके बिहारी मंदिर के आसपास रिक्शा चालकों के फोन मांगकर अपने रिश्तेदारों को फोन करता था।