‘धुरंधर’ फिल्म के रिलीज होने से पहले ही इसे लेकर विवाद सामने आ गया है। साल 2009 में कश्मीर घाटी में आतंकवादियों के खिलाफ लड़ते हुए शहीद हुए मेजर मोहित शर्मा के माता-पिता ने इसे लेकर आपत्ति जताई है। दिल्ली हाईकोर्ट ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) से उनकी आपत्तियों पर विचार करने को कहा है।
माता-पिता ने अदालत में दायर याचिका में उनके बेटे की विरासत और व्यक्तित्व की सुरक्षा करने की मांग की थी। यह भी मांग की गई थी कि इस फिल्म को रिलीज करने से पहले परिवार के लोगों को दिखाया जाना चाहिए।
जस्टिस सचिन दत्ता ने मां सुशीला शर्मा और पिता राजेंद्र प्रसाद शर्मा की याचिका का निपटारा करते हुए सीबीएफसी को यह भी अधिकार दिया है कि वह फिल्म को मंजूरी के लिए भारतीय सेना के संबंधित अधिकारियों के पास भेज सकते हैं।
‘संदेह सबूत की जगह नहीं ले सकता’
10 कट लगाने की सिफारिश
इस फिल्म में रणवीर सिंह की अहम भूमिका है। यह फिल्म शुक्रवार को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी। सीबीएफसी ने फिल्म में 10 कट लगाने की सिफारिश की है।
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सीबीएफसी के वकील आशीष दीक्षित ने अदालत को बताया कि फिल्म को अभी तक सर्टिफिकेट नहीं दिया गया है और इसकी प्रक्रिया चल रही है। दीक्षित ने अदालत को बताया कि सीबीएफसी की समीक्षा में यह फिल्म बायोपिक नहीं पाई गई और भारतीय सेना को भी इस फिल्म की रिलीज पर कोई आपत्ति नहीं है।
फिल्म के निर्माता जियो स्टूडियोज की ओर से पेश हुए एडवोकेट सौरभ किरपाल ने बताया कि फिल्म सच्ची घटनाओं से प्रेरित जरूर है लेकिन इसका मेजर मोहित शर्मा के जीवन और व्यक्तित्व से कोई लेना-देना नहीं है और यह कराची अंडरवर्ल्ड की पृष्ठभूमि पर आधारित है।
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