निकिता हत्याकांड मामले में महापंचायत के बाद बवाल शुरू हो गया है। महापंचायत के बाद यहां पर कुछ प्रदर्शनकारी पहुंच गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक ट्रक में भरकर पत्थर लाए गए थे और पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू हो गई। पुलिस ने थोड़ी देर में स्थिति पर काबू पा लिया। दरअसल महापंचायत के बाद लोग हाईवे से हटने को तैयार नहीं थे। पुलिस ने लोगों से हटने की अपील की तो आगजनी और पत्थरबाजी शुरू हो गई। डीसीपी सुमेर सिंह ने कहा, इस मामले में कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। महापंचायत की भी अनुमति नहीं दी गई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ लोगों ने हाइवे जाम किया गया और दुकानों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। जब पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो पत्थरबाजी होने लगी। अब भी घटनास्थल पर पत्थर से भरी ट्रॉलियां खड़ी हैं। महापंचायत के दौरान लोग शांति की अपील कर रहे थे लेकिन कुछ अराजक तत्वों ने वहां से हटकर थोड़ी दूरी पर हिंसा शुरू कर दी।
आरोपियों की फांसी की मांग
निकिता हत्याकांड के खिलाफ आयोजित महापंचायत में आरोपियों की फांसी की मांग की गई है। यहां कहा गया कि अगले रविवार को इसी तरह की महापंचायत बुलाई जाएगी और तय किया जाएगा कि आगे की लड़ाई कैसे बढ़ेगी। इस महापंचायत में आसपास के गांव के लोग शामिल हुए थे। पुलिस ने कहा, भीड़ में कुछ शरारती तत्व शामिल हो गए थे। उनको पहचानने की कोशिश हो रही है। हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Mathura road Highway has been taken over by protestors who had come to show their solidarity with #NikitaTomar at the Mahapanchayat organised at Dashera Grounds, Ballabhgarh pic.twitter.com/ynDZRlIMCQ
— Muhammad Wajihulla (@wajihulla) November 1, 2020
कुछ दिन पहले ही बल्लभगढ़ में निकिता की दिनदहाड़े सड़क पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में तौसीफ और रेहान नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि तौसीफ निकिता से जबरदस्ती शादी करना चाहता था और निकिता के न मानने पर वह किडनैप करने आया था। युवती के विरोध करने पर उसने गोली चला दी। बाद में पुलिस ने उसे दबोच लिया। पीड़िता के परिवार का कहना है कि तौसीफ सियासी रसूख भी रखता है। इससे पहले भी वह परिवार को परेशान करता रहा है लेकिन डर की वजह से वे विरोध नहीं कर पाए।