नरेन्द्र मोदी सरकार में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह अपनी ही पार्टी के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से इतना नाराज हुए उन्हें एक सभा में सार्वजनिक रूप से फटकार लगाई। गुरुग्राम में एक कार्यक्रम में राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि उन्हें चुनाव में खट्टर साहब से कोई उम्मीद नहीं है। कांग्रेस में भी सेवाएं दे चुके राव इंद्रजीत सिंह ने कहा, “‘मुझे कोई खास उम्मीद नहीं है, आपकी सरकार चुनाव में सांसदों की मदद करेगी। जो हीरो होंडा चौक का उद्घाटन होना था वो मैं अपनी तरफ से कर आया, फीता ही काटना बकाया है वो आप जाकर कर आईये। आपने टाइम दिया था आप नहीं पहुंचे, मैं होकर आ गया। आपके पास निजी सचिव हैं, आप फोन कर देते। किसी को तो खबर करनी चाहिए कि हम वहां खड़े रहे। केंद्र का कार्यक्रम हो, केंद्र का पैसा लग रहा हो और हम घूमकर चले जाएं, यह हम नहीं करेंगे।”
#WATCH “Saddened to say that I haven’t much expectations from your govt in upcoming polls.Hero Honda bypass was to be inaugurated,center’s money was spent on it &you didn’t even inform me about delay in your arrival,”Union MoS Rao Inderjit Singh to Haryana CM ML Khattar #Gurugram pic.twitter.com/ta14PtXlC8
— ANI (@ANI) May 27, 2018
बता दें कि राव इंद्रजीत सिंह यूपीए में कांग्रेस के बड़े नेता थे। पूर्व प्रधानमंत्री डा.मनमोहन सिंह की पहली सरकार में केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री और केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाली। सियासी गलियारों में तब चर्चा थी कि हरियाणा के तत्कालीन सीएम भूपेन्द्र सिंह हुडडा के साथ मतभेदों के चलते उन्हें मंत्रीपद गंवाना पड़ा। यूपीए-2 के दौरान कांग्रेस आलाकमान से उनकी दूरियां बढ़ती गई। इसके बाद पिछले लोकसभा चुनाव से करीब छह माह पहले इंसाफ मंच का गठन किया और चुनाव से कुछ वक्त पहले कांग्रेस को छोड़ दिया। राव इंद्रजीत की भाजपा एंट्री हुई और वे गुड़गांव संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़े और जीत हासिल की।
सांसद इंद्रजीत सिंह यहीं नहीं रुके। उन्होंने सीएम खट्टर को संबोधित करते हुए कहा कि बेहतर होगा, अगली बार आपको ही न्योता ना दिया जाए। हालांकि जब सीएम एमएल खट्टर से इस बयान पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो वे असहज हो गये। फिर उन्होंने चालाकी से कहा कि वह राव साहब की बेबाकी के कायल हैं, उनके दिल में जो था, सो कह दिया, ये सब घर की बात है।