हरियाणा कांग्रेस के असंतुष्ट नेता कुलदीप बिश्नोई के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से हाल ही में मुलाकात करने तथा ट्विटर हैंडल से सोनिया गांधी और राहुल गांधी की तस्वीरें हटाने से उनके भाजपा में जाने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। इसको लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और हरियाणा भाजपा के वरिष्ठ नेता चौधरी बिरेंदर सिंह ने कहा है कि किसी के जाने-आने या बनने-बनवाने से आम लोगों में कोई संदेश नहीं जाता है।
उन्होंने कहा, “कुलदीप बिश्नोई के भाजपा में आने से कोई लंबा-चौड़ा लाभ हमें नजर नहीं आता है। क्योंकि भाजपा का जो वोट बेस है, वह पहले कांग्रेस का होता था। कांग्रेस में भी जो नान-जाट वोटर थे, वे भजन लाल के साथ थे। अब वो सारा वोट बैंक भाजपा की तरफ आ गया है। ऐसे में कुलदीप के आने से भाजपा को कोई ज्यादा लाभ होने वाला नहीं है। कांग्रेस में भी नेता विशेष के वहां रहने से कोई लाभ नहीं होगा। कांग्रेस को तो पहले अपने आप को उठाना होगा।”
कुलदीप बिश्नोई पिछले कुछ समय से कांग्रेस पार्टी में रहकर बगावत की राह पर चल रहे थे। इससे पहले उन्होंने राज्य सभा चुनाव के दौरान बागी रुख अपनाते हुए पार्टी प्रत्याशी अजय माकन के पक्ष में वोट भी नहीं डाले थे। हालांकि कांग्रेस ने इस रवैए पर तत्काल कार्रवाई करते हुए उनको पार्टी से निष्कासित कर दिया था। तभी से यह चर्चाएं तेज हो गई थीं कि वे भाजपा में जा सकते हैं। हाल ही में उनके वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात के बाद इन चर्चाओं को बल मिला है।
इस बीच विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं दो बार मुख्यमंत्री रह चुके भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आरोप लगाया कि भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार को न तो बेरोजगारों की चिंता है और न ही गरीब लोगों की। राज्य में बेरोजगारी के आंकड़ों, रोजगार, नशा, भ्रष्टाचार और अपराधों के आरोप पर दोनों दल आमने-सामने हो गए हैं।
हुड्डा ने राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर होने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के मंत्री भ्रष्टाचार में व्यस्त हैं और अधिकारी पूरी तरह से सुस्त पड़े हैं। इसके जवाब में भाजपा के प्रवक्ता सुदेश कटारिया ने कहा है कि प्रापर्टी डीलिंग की सरकार चलाने वाले लोग भाजपा सरकार पर अंगुली उठा रहे हैं।