Kanwar Yatra Haryana: हरियाणा के रतिया कस्बे में शिव भक्तों की कांवड़ में एक स्कूल बस ने टक्कर मार दी थी। इसके बाद कांवड़ियों ने स्कूल बस में तोड़फोड़ कर दी थी और पुलिस ने इस मामले में केस भी दर्ज किया था। शनिवार को हिंदू संगठनों ने कांवड़ियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने की मांग की है और विरोध-प्रदर्शन किया है।
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे हिंदू संगठनों ने ‘ तांडव होगा’ और ‘ शिव शंकर का यह अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान ‘ जैसे नारे लगाए। इतना ही नहीं उन सभी ने मांग की है कि स्थानीय पार्षद गुरप्रीत सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। उन्होंने पार्षद पर कांवड़ियों के खिलाफ गलत भाषा का इस्तेमाल करने और 30 जुलाई को भीड़ को उकसाने का आरोप लगाया।
वहीं हिंदू संगठनों ने रतिया की अनाज मंडी में मीटिंग की थी और शनिवार शाम को फतेहाबाद पुलिस को इस मामले में शिकायत दी। हिंदू संगठन के नेताओं ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया और दूसरे ग्रुप के लोगों के खिलाफ आगे की जांच की मांग की। उन्होंने यह भी धमकी दी कि अगर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है तो हिंदू संगठन पूरे देश में आंदोलन करेंगे।
क्या था पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 30 जुलाई की सुबह हरियाणा के टोहाना रोड पर रतिया की एक स्कूल बस में तोड़फोड़ की गई थी। इसमें करीब 37 स्कूली बच्चे और तीन महिला टीचर भी सवार थीं। बस के ड्राइवर स्वर्ण सिंह ने गलती से पीछे से एक कांवड़ को टक्कर मार दी थी। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो गया था। इसमें देखा जा सकता था कि 40 से 50 लोगों ने बस में तोड़फोड़ की थी। शुरुआत में पता चला कि दोनों ग्रुप ने मौके पर मुद्दे को सुलझा लिया था। हालांकि, कुछ देर के बाद में हिंदू संगठन के लोग मौके पर पहुंचे और ईंट पत्थर फेंकने शुरू कर दिए।
रतिया स्कूल मैनेजमेंट के सदस्य सुखदेव सिंह ने बताया कि एक न्यूज वेबसाइट को बताया कि स्कूल बस के ड्राइवर ने गलती से एक कांवड़ को टक्कर मार दी थी, जिससे बस के फ्रेम में गड्ढा हो गया। इसके कारण ड्राइवर और कांवड़ भक्तों के बीच विवाद हो गया। स्कूल बस के ड्राइवर ने माफी मांगी और कांवड़ भक्तों को मरम्मत के लिए पास की वेल्डिंग की दुकान पर ले गया। मामला तब और बिगड़ गया जब हिंदू संगठन के कुछ सदस्य और स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बस ड्राइवर को न केवल धमकाया बल्कि उसकी पिटाई की और बस में तोड़फोड़ की।
सुखदेव सिंह ने कहा कि शुक्र है कि बस चालक ने बच्चों को दूसरी स्कूल बस में बैठा दिया था और कोई बच्चा घायल नहीं हुआ, वरना बहुत बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती थी। इस घटना के बाद बस डाईवरों ने विरोध प्रदर्शन किया और हाईवे जाम कर दिया। पुलिस ने ड्राइवरों के बयान पर एफआईआर दर्ज की है। हम इस घटना को धार्मिक रंग नहीं दे रहे हैं। हमारे स्कूल में हर धर्म के छात्र पढ़ते हैं।