हरियाणा के दो आईएएस अधिकारियों से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दोनों अफसरों ने मौज-मस्ती करने के लिए हेलिकॉप्टर मंगवा ली थी। हरियाणा सरकार ने इस मामले की जांच कराने की बात कही है। हिमाचल प्रदेश की सरकार भी इसकी जांच करा सकती है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा के वित्त विभाग में अतिरिक्त सचिव के पद पर तैनात वरिष्ठ अधिकारी शालीन और करनाल के एडीसी निशांत यादव हिमाचल प्रदेश गए हुए थे। ‘दैनिक भास्कर’ के मुताबिक, दोनों अधिकारी हिमाचल के चंबा गए हुए थे। वहां से उन्होंने हरियाणा के आला अधिकारियों को बड़ा भंगाल में फंसे होने और एक महिला को सांप काटने की सूचना दी। साथ ही बताया कि उन्होंने सबसे पहले हिमाचल प्रदेश सरकार से मदद मांगी थी, लेकिन उन्हें सहयोग नहीं मिला। लिहाजा, उन्हें वहां से अविलंब निकालने और महिला को बचाने के लिए सरकारी हेलिकॉप्टर भेजा जाए। हरियाणा सरकार ने तुरंत हेलिकॉप्टर चंबा के लिए रवाना कर दिया था, लेकिन इससे केवल दोनों आईएएस अधिकारी ही आए थे। जिस महिला का बहाना बनाया गया था, वो उसमें सवार नहीं थी। वहीं, महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा हेलिकॉप्टर चंबा से उड़ान भरने के बाद कांगड़ा नहीं, बल्कि सीधे पिंजौर पहुंचा था। बताया जा रहा है कि उन्होंने मौज-मस्ती और घूमने के लिए हेलिकॉप्टर मंगवाया था।
चंबा के एडीसी की मिलीभगत: इस पूरे प्रकरण में हिमाचल प्रदेश के अधिकारी के भी शामिल होने की बात कही जा रही है। आरोप है कि हरियाणा के दोनों वरिष्ठ अफसरों ने चंबा के एडीसी के साथ मिलकर सरकारी हेलिकॉप्टर मंगवाया था। हिमाचल सरकार ने इस मामले में चंबा के डीसी और एडीसी के खिलाफ जांच के आदेश दे सकती है। हरियाणा सरकार ने आईएएस अधिकारियों के इस रवैये पर सख्त रुख अपना लिया है। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल विज कहा कि इस बात की जांच कराई जाएगी कि अफसरों हेलिकॉप्टर क्यों मंगवाई थी? सरकारी चॉपर मंगवाना उचित था या नहीं? मंत्री राव नरबीर सिंह ने भी इस मामले पर तल्ख टिप्पणी की है। उन्होंने बताया कि मामला सरकार के संज्ञान में आया है। दोनों अधिकारियों से पूछा जाएगा कि उन्होंने हेलिकॉप्टर क्यों मंगवाया था? मामले की जांच कराई जाएगी।