आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति के मामले में जेल में बंद हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के जल्द जेल से रिहा होने की संभावना है। दिल्ली हाईकोर्ट ने निचली अदालत से मिली उनकी सजा पर रोक लगाते हुए उन्हें राहत दी है। अदालत ने कहा कि चौटाला की उम्र 88 साल की हो गई है। और उन्होंने जमानत बांड भरने के बावजूद जमानत पर रिहा हुए बिना एक साल छह महीने से अधिक समय तक हिरासत में ही रह लिया है।
कोर्ट ने कहा इस मामले में दोष सिद्धि के खिलाफ उनकी अपील में अभी समय लग सकता है, इसलिए उनकी सजा को याचिका के लंबित रहने तक निलंबित की जाती है। संभावना है कि वह जल्द जेल से बाहर आएंगे और राजनीतिक गतिविधियों में फिर सक्रियता दिखाएंगे।
इस बीच आदमपुर विधानसभा क्षेत्र में कुछ दिन बाद उप चुनाव होंगे। यह सीट हाल ही में कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई के इस्तीफा देने से खाली हुई है। इस चुनाव में ओम प्रकाश चौटाला अपनी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल के उम्मीदवार के लिए प्रचार करेंगे। इस्तीफा देने के बाद कुलदीप ने कहा, ‘अगर मैंने यह कदम नहीं उठाया होता, तो लोग कहते कि कुलदीप बिश्नोई में कोई ताकत नहीं है। केवल वही लोग जिनके अंदर कुछ ताकत है, ऐसे कदम उठाएं।”
दूसरी तरफ पूर्व केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कुलदीप बिश्नोई को लेकर कहा है कि उनके भाजपा में शामिल होने की पीछे की वजह क्या है, यह जानना जरूरी है। कहा कि सबका अपना स्वार्थ होता है। अगर सेवा करना ही भावना है तो बिना सत्ता के भी सेवा की जा सकती है। इसके लिए किसी पार्टी में शामिल होन की जरूरत नहीं है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कई नेताओं को ईडी का डर है तो कई को सीबीआई का भी डर है। इसी तरह उन्होंने कांग्रेस के लिए भी बोला। कहा कि अब हरियाणा कांग्रेस की पूरी बागडोर भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पास है। अगर वे सबको साथ लेकर चलते हैं तो राज्य में कांग्रेस बची रहेगी, लेकिन अगर वे द्वेष भावना से काम करेंगे तो राज्य से कांग्रेस को पूरी तरह से खत्म समझिए।