दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा में ऐलान किया है कि प्रदेश में उनकी सरकार बनते ही पंद्रह दिनों के भीतर कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को लागू कर दिया जाएगा। वह पंचकूला के शालीमार ग्राउंड में ‘हरियाणा पेंशन बहाली संघर्ष समिति’ द्वारा आयोजित आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे थे। केजरीवाल ने पेंशन बहाली की मांग को सही करार देते हुए कहा कि उनकी पार्टी पूरी तरह से इस आंदोलन के साथ है। इस दौरान उन्होंने कहा कि हरियाणा में जब से मनोहर लाल खट्टर सरकार ने सत्ता संभाली है तब से कर्मचारी अपने दफ्तरों में कम और सड़कों पर अधिक रहे हैं।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कभी गेस्ट टीचरों के धरने होते हैं तो कभी रोडवेज कर्मचारियों से लेकर आशा वर्कर सड़कों पर नजर आती हैं। खट्टर सरकार इनकी उचित मांगों को पूरा करने की बजाए वायदों से पीछे हट रही है। इसलिए कर्मचारियों को मजबूर होकर आंदोलन करने पड़ रहे हैं। उन्होंने सीएम मनोहर लाल खट्टर को कर्मचारी विरोधी मुख्यमंत्री बताया है। सीएम खट्टर पर हमला बोलते हुए  केजरीवाल ने कहा कि खट्टर के कार्यकाल में अधिकतर समय कर्मचारी वर्ग दफ्तरों की बजाए न्याय के लिए सड़कों पर रहा है।

इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि हमारी सरकार ने दिल्ली में भी कर्मचारियों की पेंशन योजना को लागू किया है जिसे केंद्र सरकार ने अटका रखा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में जिस दिन आम आदमी पार्टी की सरकार सत्ता में आएगी तब 15 दिनों के अंदर कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को लागू कर दिया जाएगा।

केजरीवाल ने कहा कि प्रदेश में सरकार तय करने में कर्मचारियों का बहुत बड़ा रोल है। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है जिस भी पार्टी ने इस वर्ग को दुखी किया वह सत्ता से बाहर हुआ है। इस मौके पर आम आदमी पार्टी के हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद ने कहा कि हमारी पार्टी ने पिछले चार साल के दौरान विपक्ष की भूमिका निभाते हुए कर्मचारियों की हर मांग का समर्थन किया है। हमने सरकार के विरूद्ध किए गए कर्मचारियों के संघर्ष में उनका साथ दिया है।