ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के जनरल सेक्रटरी गुलाम नबी आजाद के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर द्वारा गठित प्लानिंग और मैनेजमेंट कमेटी को ‘अमान्य’ घोषित करने के एक दिन बाद कांग्रेस में जबर्दस्त कलह देखने को मिल रही है। इस कमेटी के संयोजक सुदेश अग्रवाल ने पार्टी नेताओं पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि मेरे रास्‍ते जो आएगा, उसे हटा दिया जाएगा।

दरअसल अशोक तंवर ने एआईसीसी की मंजूरी के बिना चुनाव के मद्देनजर प्लानिंग और मैनेजमेंट कमेटी का गठन किया है। अग्रवाल ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा ‘सबसे पहले तो पीसीसी प्रेसिडेंट के तौर पर उनकी (तंवर) की अनदेखी की गई। पिछले पांच सालों से आप उनसे लगातार इस्तीफे का दबाव बना रहे हैं। लेकिन जब वह कुछ करते हैं तो क्या हम उनसे (तंवर के प्रतिद्वंद्वी) से सकारात्मक बातें सुनने को नहीं मिलती? लेकिन वह हर परिस्थिति में गलत बात ही करते हैं। हम जो भी करते हैं वह उसकी आलोचना करते हैं।’

उन्होंने आगे कहा ‘उन्हें सोचना होगा कि वह अबतक क्या करते आए हैं और क्या कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव से पहले भूपेंद्र सिंह हुड्डा को 16 सदस्यीय समन्वय समिति का चेयरमैन नियुक्त किया गया था। इस समन्वय समिति ने चुनाव में क्या किया? यह समिति में मृत हो चुकी है। वह कोई बैठक नहीं कर रहे सिर्फ लड़ रहे हैं। इस समीति के लोग एआईसीसी के पास जाकर प्रदेश अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। वह प्रदेश अध्यक्ष के साथ मिलकर काम क्यों नहीं करते? इसमें क्या समस्या है?

अग्रवाल ने आगे कहा ‘सफलता हासिल करने के लिए योजना बनाना जरूरी होती है। इसलिए हमें पूरी योजना बनानी होगी और फिर इसे लागू करना होगा। लेकिन अगर जो भी मेरे रास्‍ते जो आएगा, उसे हटा दिया जाएगा। ऐसे मामलों में मैं बेहद निर्दयी हूं। हमारे रास्ते में जो व्यक्ति आएगा उसे हटा दिया जाएगा और उसका विकल्प के तौर पर दूसरे शख्स को उसकी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।’

प्लानिंग और मैनेजमेंट कमेटी का गठन एआईसीसी की मंजूरी के बिना करने के सवाल पर उन्होंन कहा ‘हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कमेटी बनाने से पहले एआईसीसी से मंजूरी के लिए आवेदन नहीं किया। कांग्रेस में यही दिक्कत है कुछ लोग गड़बड़ी कर मुद्दे को बड़ा बना देते हैं।’

मालूमो हो पिछले महीने आजाद की अध्यक्षता में हरियाणा समन्वय समिति की बैठक में तंवर की पार्टी नेताओं के साथ तीखी नोकझोंक हुई थी। उन्होंने कहा था कि ‘मेरे को अगर खत्म करना है, तो मुझे गोली मार दो।’ उन्होंने यह बयान पार्टी नेताओं द्वारा उनके इस्तीफे की मांग को लेकर दिया था।