Happy Chaitra Navratri 2019 Wishes Images, Quotes, Status, Wallpaper, SMS, Messages, Photos: चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व शुरू हो चुका है। इस मौके पर शनिवार ( 6 अप्रैल) को चैत्र नवरात्रि के पहले दिन देशभर के मंदिरों में आकर्षक सजावट की गई। मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। देश की राजधानी दिल्ली से लेकर मुंबई तक के कई प्रसिद्ध मंदिरों में भारी तादाद में भक्त उमड़े। अगल नौ दिनों तक इन मंदिरों में ऐसे ही उत्साह का माहौल रहेगा। नवरात्रि के मौके पर माता के मंदिरों को खूब सजाया-संवारा जाता है। नवरात्रि हिंदुओं के लिए बेहद खास त्योहार होता है। इस शुभ अवसर पर कई लोग नौ दिन तक व्रत भी रखते हैं।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देशवासियों को चैत्र शुक्लादि, युगादि, गुड़ी पड़वा, चैती चांद, नवरेह और साजिबू चेइराओबा की बधाई दी तथा उम्मीद जताई कि ये त्योहार समाज में प्यार एवं स्रेह के सूत्र को मजबूत करेंगे। अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि पारंपरिक रूप से ये त्योहार नववर्ष और ग्रीष्म ऋतु के शुभारंभ के प्रतीक हैं और वे समृद्धि एवं कल्याण के मूल्यों को परिलक्षित करते हैं।

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temple varanasiवाराणसी का दुर्गा कुंड मंदिर, (फोटो सोर्स- ANI)

ये हैं मां दुर्गा के नए अवतारः नवरात्रि के मौके पर मां दुर्गा के नौ अवतारों यानि शैलपुत्री चंद्रघंटा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, और सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। यह त्योहार 14 अप्रैल को भगवान राम के जन्म के साथ समाप्त होगा। इस पर्व को राम नवमी के नाम से जाना जाता है।

Badi Devkali Devi Temple in Ayodhyaअयोध्या का बड़ी देवकाली मंदिर,  (फोटो सोर्स- ANI)

व्रत रखते है लोगः इन नौ दिनों के दौरान भक्त व्रत रखते हैं और पूजा करते हैं। भक्तों द्वारा फल, फूल और प्रसाद भगवान को चढ़ाए जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में शांति और समृद्धि आती है।

 

6 से 14 अप्रैल तक नवरात्रिः इस साल चैत्र नवरात्रि 6 से 14 अप्रैल तक मनाई जा रही है। नवरात्रि के पावन पर्व को हिंदुओं या हिंदू नववर्ष के रूप में मनाया जाता है। साल में दो बार नवरात्रि का पवित्र पर्व मनाया जाता है।

Mumba Devi Temple
मुंबई के मुंबा देवी मंदिर में आरती करते श्रद्धालु, (फोटो सोर्स- ANI)

दिल्ली में कालकाजी और झंडेवालान मंदिर को नवरात्रि के मौके पर फूलों से सजाया गया था। इस दौरान सभी श्रद्धालु इस नौ दिवसीय उत्सव की पहली आरती में हिस्सा लेने के लिए इकट्ठा हुए थे।