दुनिया के टॉप-10 प्रदूषित शहरों में 7 शहर भारत के हैं। इनमें गुड़गांव दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर है तो दिल्ली सबसे प्रदूषित राजधानी। यह खुलासा ग्रीन पीस इंडिया और IQ Air visual की ओर से जारी की गई एक रिपोर्ट में हुआ है। बता दें कि ग्रीन पीस इंडिया पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाला एक एनजीओ है। इनकी रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 में दिल्ली और गुरुग्राम का प्रदूषण का स्तर पिछले सालों के मुकाबले कम था। ग्रीन पीस एनजीओ की इस लिस्ट में पाकिस्तान के शहर फैसलाबाद का नाम भी शामिल है।
भारत के सबसे प्रदूषित 7 शहरः एनजीओ द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व के टॉप 5 प्रदूषित शहरों में पहले नंबर पर गुरुग्राम है। इसके बाद गाजियाबाद, फरीदाबाद, भिवाड़ी, नोएडा, पटना और लखनऊ का नंबर आता है।
दिल्ली की हवा खतरनाक : एनजीओ की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली की हवा में पीएम 2.5 के कण सबसे ज्यादा पाए गए। ये कण इंसानों के लिए बेहद खतरनाक होते हैं। बता दें कि पीएम 2.5 हवा में मौजूद प्रदूषण के सबसे छोटे वायु कण होते हैं, जिनका आकार 2.5 माइक्रोमीटर के आसपास होता है। बहुत छोटे कण होने की वजह से ये आसानी से हमारे शरीर के अंदर चले जाते हैं और लिवर को नुकसान पहुंचाते हैं। ग्रीन पीस के दक्षिण पूर्व एशिया के कार्यकारी निदेशक यब सानो ने बताया कि प्रदूषण के कारण लोगों के जीवन और जेब दोनों पर असर पड़ रहा है। प्रदूषण के कारण बीमार हुए लोगों पर अब तक करीब 225 मिलियन डॉलर खर्च हो चुके हैं।
अर्थव्यवस्था में बेहतर, लेकिन प्रदूषण में बदतर भारत : बता दें कि दुनिया की सबसे बेहतर अर्थव्यवस्था में भारत का नाम शामिल है। इसके बावजूद दुनिया के 30 सबसे प्रदूषित शहरों में 22 भारत के हैं। इस लिस्ट में एशिया में चीन के 5, पाकिस्तान के 2 और बांग्लादेश का एक शहर शामिल है। विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, भारत की जीडीपी का 8.5 प्रतिशत हिस्सा स्वास्थ्य की देखभाल और प्रदूषण से निपटने पर खर्च होता है। वहीं, चीन 2018 के दौरान प्रदूषण के स्तर में 12 प्रतिशत की गिरावट ला चुका है।