चंद हफ्तों पहले एक-दूसरे के खिलाफ तीखे हमलों के साथ जमकर प्रचार कर रहे कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान के बीच मुलाकात हुई। शिवराज के घर पर हुई इस मुलाकात ने मध्य प्रदेश का सियासी माहौल गर्म कर दिया है। गौरतलब है कि सिंधिया भी मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के बड़े दावेदार थे लेकिन यह बाजी कमल नाथ के हाथ लग गई। उल्लेखनीय है कि सिंधिया से पहले मुख्यमंत्री कमल नाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से भी शिवराज की मुलाकात हो चुकी है।
सिंधिया बोले- यह सौजन्य भेंटः करीब 45 मिनट की यह मुलाकात भोपाल स्थित शिवराज के लिंक रोड स्थित आवास पर हुई। हालांकि यह साफ नहीं हो पाया कि दोनों के बीच किन मुद्दों पर बात हुई लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि राजनीतिक परिस्थितियों पर बातचीत हुई है। वहीं सिंधिया ने इसे एक सौजन्य मुलाकात बताया। उन्होंने कहा, ‘विपक्ष की प्रजातंत्र में उतनी ही भूमिका है, जितनी सत्ता पक्ष की होती है। हम लोगों का भी केंद्र में महत्वपूर्ण योगदान है, जैसा भाजपा का मध्यप्रदेश में है।’
‘माफ करो महाराज…’ पर भी बोले सिंधियाः मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में शिवराज के नेतृत्व में लड़ रही भाजपा ने सीधे सिंधिया को ही निशाने पर लिया था। भाजपा के चुनावी नारे ‘माफ करो महाराज, नेता तो शिवराज’ को लेकर खूब बवाल हुआ था। खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की थी। हालांकि मुलाकात के बाद दोनों के बीच तल्खी के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं कि जो कड़वाहट लेकर पूरी जिंदगी बिताऊं। रात गई, बात गई। मैं आगे की सोचता हूं। चुनावी मैदान में कश्मकश होती है लेकिन बाद में नहीं।’