पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को दंगे भड़काने के मामले में सोमवार को जमानत मिल गई। कोर्ट ने उन्‍हें नौ महीने तक मेहसाणा में न जाने की शर्त पर जमानत दी। इससे पहले गुजरात हाईकोर्ट ने राष्‍ट्रद्रोह के मामले में भी हार्दिक को बेल दे दी थी लेकिन छह महीने तक गुजरात में घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके चलते अब हार्दिक उत्‍तर प्रदेश जा सकते हैं। पाटीदार नेताओं का कहना है कि जेल से छूटने के बाद वे महाराष्‍ट्र या यूपी जा सकते हैं। लेकिन उनके यूपी जाने की सबसे ज्‍यादा संभावना है।

हार्दिक पटेल का मां को खत- मुझे भूल जाओ, तुम्‍हारे रोने से मुझे रिहा नहीं किया जाएगा

यूपी में अगले साल चुनाव होने हैं। इस लिहाज से हार्दिक पटेल को यूपी जाना काफी अहम हो जाएगा। वे बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जा सकते हैं। नीतीश की पार्टी जदयू यूपी चुनाव लड़ेगी। हार्दिक चुनाव प्रचार में उनकी मदद कर सकते हैं। पाटीदार समुदाय(कुर्मी) का यूपी में भी आधार है। हार्दिक कुर्मी समुदाय को नीतीश के पाले में ले जा सकते हैं। नीतीश कुमार खुद भी कुर्मी हैं। पाटीदार आंदोलन के समय नीतीश ने हार्दिक का समर्थन किया था। अगर ये दोनों साथ आ जाते हैं तो भाजपा के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं। भाजपा ने कुर्मी मतों को अपने साथ करने के लिए ही अनुप्रिया पटेल को केंद्र में मंत्री बनाया था।

केजरीवाल और हार्दिक पटेल को एक ही दिन मिली जमानत, लोगों ने कहा- मिल बैठे दो भाई

हार्दिक और नीतीश दोनों भाजपा के विरोध में हैं। नीतीश बिहार का हवाला देते हुए वोट मांग सकते हैं। जबकि हार्दिक आरक्षण आंदोलन के जरिए भाजपा को घेर सकते हैं। कुर्मी समुदाय के मतों के लिए ही समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने बेनी प्रसाद वर्मा को पार्टी में लिया था। साथ ही राज्‍य सभा भी भेजा था। अपना दल का वोट बैंक भी कुर्मी समुदाय ही है। इधर, जेल से रिहा किए जाने के बाद हार्दिक को खुले ट्रक में पटेल समुदाय की बहुलता वाले इलाकों से ले जाया जाएगा। रात गुजरात में बिताने के बाद सुबह वे रवाना होंगे।

हार्दिक पटेल से मिलने के लिए जेल जाएंगे केजरीवाल, पाटीदार वोटरों पर है नजर

दिल्‍ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी हार्दिक पटेल को साथ ले सकते हैं। आम आदमी पार्टी गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही है। इसी सिलसिले में आप पाटीदार समुदाय के नेताओं से संपर्क बढ़ा रही है। उसे उम्‍मीद है कि पाटीदार भाजपा से दूर गए हैं और अगर वह उन्‍हें अपने साथ ले आती है तो उलटफेर किया जा सकता है। केजरीवाल ने हार्दिक पटेल की गिरफ्तारी की भी आलोचना की थी। इसे पाटीदारों को करीब लाने की कवायद के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि पाटीदारों का कहना है कि अभी वे किसी के साथ नहीं हैं।