गुजरात के खेड़ा जिले में बिजली के खंभे से बांधकर पुलिस द्वारा एक युवक की पिटाई का वीडियो वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर गुजरात पुलिस की लोग आलोचना कर रहे हैं। वहीं इस मामले को लेकर अब गुजरात के डीजीपी एक्शन मोड में आ गए हैं। उन्होंने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और जिम्मेदारों पर कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैं।
वहीं जो व्यक्ति युवक को लाठी से मार रहा है, उसकी पहचान खेड़ा जिले के लोकल क्राइम ब्रांच यूनिट के एक पुलिसकर्मी के रूप में हुई है। एक पुलिस जो मार रहा है, उसकी पहचान पुलिस इंस्पेक्टर एवी परमार के रूप में हुई जबकि दूसरे पुलिसकर्मी की पहचान सब इंस्पेक्टर डीबी कुमावत के रूप में हुई है।
वहीं पुलिस ने अभी तक वीडियो क्लिप में दिख रहे पुलिस कर्मियों का नाम नहीं लिया है। पुलिस महानिदेशक (DGP) आशीष भाटिया ने इस घटना को लेकर इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “हमने वीडियो में देखे गए पुलिसकर्मियों की जांच के आदेश दिए हैं। जांच के बाद ही कार्रवाई होगी।”
कपडवंज तालुका के पुलिस उपाधीक्षक वीएन सोलंकी को जांच का प्रभार दिया गया है। उन्होंने कहा, “मुझे आज जांच सौंपी गई है। मुझे अभी वीडियो क्लिप के विवरण पर और गौर करना है।” वहीं ए वी परमार और डीबी कुमावत के बारे में पूछे जाने पर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि ये हमारे आदमी हैं। उन्हें कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए था।”
सूत्रों ने बताया कि लोकल क्राइम ब्रांच के सात कर्मियों की जांच की जा रही है। एक अधिकारी ने बताया, “एक बार प्राथमिक जांच रिपोर्ट जमा होने के बाद अधिकारियों को अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। उन्हें अपना पक्ष प्रस्तुत करने के लिए कहा जाएगा।”
यह घटना गुजरात के खेड़ा जिले के मटर तालुका के उंधेला गांव में कथित तौर पर सोमवार रात एक गरबा कार्यक्रम में पथराव के बाद हुई। आरोपित युवकों पर एक गरबा कार्यक्रम में पथराव करने का आरोप है। वहीं पुलिस ने पुष्टि की है कि वे सभी मुस्लिम समुदाय से थे। चार युवकों को खंभे से बांधकर मारा गया। बुधवार को गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने कहा था कि यह गाँव का कुछ असामाजिक गिरोह था और कोई समुदाय नहीं था जिसने गांव में शांति भंग करने की कोशिश की थी।