अहमदाबाद डिटेक्शन ऑफ क्राइम ब्रांच ने गोधरा कांड के दूसरे मुख्य आरोपी इमरान उर्फ शेरू को 14 साल बाद गिरफ्तार किया है। इमरान ने 27 फरवरी 2002 को गोधरा रेलवे स्टेशन पर साबरमती एक्सप्रेस के कोच एस-6 में आग लगाने में कथित तौर पर अहम भूमिका निभाई थी। इसमें 59 लोगों की मौत हो गई थी और राज्य में दंगे भड़क गए थे। पुलिस का कहना है कि पिछले दो महीने में यह इस केस में दूसरी बड़ी गिरफ्तारी है।
ज्वाइंट कमीश्नर ऑफ पुलिस (डीसीबी) जेके भट्ट ने इमरान के 14 साल तक गायब रहने का जिक्र करते हुए बताया, ‘वह कोच में आग लगाने का ओरापी है। उसका नाम दूसरी चार्जशीट में मुख्यआरोपी के तौर पर शामिल था।’
पुलिस के मुताबिक इमरान ने बताया कि वह घटना के सात महीने बाद गोधरा से भाग गया था और शुरुआत में महाराष्ट्र के नंदुरबार में रहने लगा। इसके बाद वह धुले चला गया। जहां वह एक होटल में काम करने लगा और छह साल रहा। उस दौरान उसने अमिना बानु नाम की महिला से शादी कर ली और फिर मालेगांव चला गया। जहां से मंगलवार रात को उसे गिरफ्तार किया गया।
Read Also: 13 साल बाद गोधरा दंगों का बदला लेने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार हुआ बनारस का अबरार
बुधवार सुबह उसे अहमदबाद लाया गया, जहां उसे सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एसआईटी को सौंप दिया, जो कि इस मामले की जांच कर रही है। इस दौरान इमरान अपने परिवार के संपर्क में भी नहीं था।
इरमान के भाई युनूस ने बताया, ‘हम लोग गोधरा में कपड़े का काम करते थे। जब घटना हुई तो वह 17-18 साल का था। उस दिन वह कपड़ों से भरी लारी के साथ घर छोड़कर गया था और उसके बाद वापस नहीं लौटा।’
बता दें, मई में गुजरात एटीएस ने अन्य मुख्य आरोपी फारुख भाना को गिरफ्तार किया था।

