गुजरात के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय के परिसर में अखिल गुजरात छात्र संघ ने वहां के छात्रों से एक-एक रुपया जमा करना शुरू किया। छात्र संघ ने रुपया लेना तब शुरू किया जब बीते 3 जुलाई को विश्वविद्यालय प्रशासन के सतर्कता औऱ सुरक्षा अधिकारी ने 200 अज्ञात छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। कुलपति द्वारा कराए इस एफआईआर में छात्रों पर आरोप लगाया गया है कि छात्रों ने कुलपति आवास के दरवाजे समेत कुल 2 हजार रुपये का नुकसान किया है।

बीते सोमवार को गुजरात छात्र संघ द्वारा लिए जा रहे पैसे को लेकर अखिल गुजरात छात्र संग के अध्यक्ष जयेश प्रजापति ने कहा कि प्रशासन की ओर से कहा गया है कि साल की शुरुआत में ही सभी छात्रों से 24000 रुपये की अग्रिम भुगतान किया जाएगा। इस भुगतान का नियम यह है कि आप चाहें मेस में खाना खाएं या ना खाएं आपको फीस शुरुआत में ही देना अनिवार्य है। इससे पहले भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस तरह का आदेश जारी किया है।

जयेश ने इस आंदोलन को लेकर बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों के सुनवाई का मौका नहीं दिया। इस वजह से छात्रों ने यह आंदोलन किया तथा कुलपति के आवास का घेराव किया। इसके अलावा जयेश ने कहा कि कुलपति ने जिन छात्रों पर एफआईआर दर्ज कराया है। वह सभी अपराधी नहीं है। विश्वविद्यालय के सुरक्षा एवं सतर्कता अधिकारी एस.के. वाला ने कुलपति आवास का घेराव करने वाले सभी छात्रों पर बीते 28 जून की शाम को सयाजीगंज पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी।

प्रशासन द्वारा कराए गए एफआईआर में कहा गया है कि कुलपति आवास के बाहर सभी छात्र दुर्भावनापूर्ण इरादे से गैरकानूनी मीटिंग कर रहे थे। इस दौरान वहां मौजूद छात्रों ने परिसर में लगे 2000 रुपये का फाइवर कवर भी नुकसान किया। वहीं दर्ज एफआईआर को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी)की धाराओं धाराओं के तहत दर्ज किया गया है। इसमें गैरकानूनी ढंग से एकठ्ठा होने, आपराधिक अतिक्रमण और नुकसान पहुंचाने को लेकर मामला दर्ज हुआ है।