गुजरात के सूरत में रविवार रात को जबरदस्त बवाल देखने को मिला है। एक गणेश पंडाल में पथराव किया गया है, उस घटना से नाराज होकर बड़ी संख्या में हिंदू समुदाय ने भी सड़क पर उतर विरोध प्रदर्शन किया। बाद में उस भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को भी लाठीचार्ज करना पड़ा। इस मामले में अभी तक कुल 33 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

सूरत हिंसा: पुलिस ने क्या एक्शन लिया?

बड़ी बात यह है कि जिस गणेश पंडाल पर उपद्रवियों ने पथराव किया था, वहां पर राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी भी मौजूद थे। उनकी तरफ से वहां पर गणेश आरती की गई थी। इस वजह से पथराव के बाद सबसे पहले बयान में ही राज्य के गृह मंत्री ने दो टूक कहा था कि सुबह होने से पहले सभी आरोपियों को पकड़ा जाएगा और किसी को भी बख्शने का काम नहीं होगा। अब पुलिस ने ताबड़तोड़ एक्शन लेते हुए कई लोगों को गिरफ्तार किया है, कई हिरासत में भी हैं।

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कैसे हुआ गणेश पंडाल पर पथराव?

एक स्थानीय निवासी ने इस घटना को लेकर आजतक को बताया है कि सबसे पहले किसी शरारती तत्व ने गणेश पंडाल पर पथराव करने का प्रयास किया था। उसकी तरफ से पत्थर फेंके गए थे। उसके बाद ही नाराज लोगों ने स्थानीय पुलिस थाने का घेराव किया और जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। बताया जा रहा है कि स्थिति की गंभीरता को समझते हुए तुरंत पुलिस भी मुस्तैद हो गई और तनाव को कम करने का प्रयास किया गया। उसके बाद से ही बवाल बढ़ता चला गया और पुलिस को भी बल प्रयोग करना पड़ा।

सूरत में अभी क्या स्थिति है?

अभी के लिए सूरत में भारी पुलिस फोर्स तैनात है। कई अन्य इलाकों में भी पुलिस की पैट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। लगातार लोगों से अपील की जा रही है कि शांति बनाए रखी जाए। वैसे यह कोई पहली बार नहीं है जब इस तरह से किसी पंडाल पर पथराव हुआ हो। रामनवमी या फिर नवरात्रि के दौरान भी गुजरात में ऐसी घटनाएं देखने को मिल चुकी हैं। हर बार माहौल खराब करने के लिए शरारती तत्व ऐसी साजिश को अंजाम देते हैं। अभी के लिए इस मामले में पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में कर लिया है।