गुजरात के डांग जिले में रविवार सुबह एक बड़ा हादसा हुआ, जब मध्य प्रदेश के तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस गहरी खाई में गिर गई। इस दुर्घटना में सात लोगों की मौत हो गई और 35 अन्य घायल हो गए। पुलिस के अनुसार, घायलों में 17 लोगों की हालत गंभीर है। बस में सवार श्रद्धालु विभिन्न धार्मिक स्थलों की यात्रा पर निकले थे। यह हादसा तब हुआ जब सापुतारा हिल स्टेशन के पास चालक ने बस से नियंत्रण खो दिया और बस 200 फुट गहरी खाई में गिर गई। पुलिस अधीक्षक एसजी पाटिल के मुताबिक, यह हादसा तड़के करीब 4:15 बजे सापुतारा हिल स्टेशन के पास हुआ।

बस के ब्रेक फेल होने से हादसा होने की आशंका

हादसे में दो महिलाओं और तीन पुरुषों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनमें बस चालक भी शामिल था। घायलों को तुरंत अहवा के सिविल अस्पताल और अन्य नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कराया गया। प्राथमिक जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि बस के ब्रेक फेल हो गए थे, जिससे चालक वाहन को संभाल नहीं सका। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने तेजी से बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।

यह बस महाराष्ट्र के त्र्यंबकेश्वर से 48 तीर्थयात्रियों को लेकर गुजरात के द्वारका जा रही थी। श्रद्धालु रात में त्र्यंबकेश्वर से रवाना हुए थे और सापुतारा में चाय पीने के लिए रुके थे। वहीं से यात्रा शुरू करने के कुछ ही देर बाद यह हादसा हो गया। मृतकों की पहचान मध्य प्रदेश के विदिशा और शिवपुरी जिले के निवासियों के रूप में हुई है।

मध्य प्रदेश पुलिस और स्थानीय प्रशासन हादसे की विस्तृत जांच कर रहे हैं। यात्रियों के मुताबिक, चार बसों का एक समूह तीर्थयात्रा पर निकला था, जिनमें से एक बस हादसे का शिकार हो गई। प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में पूरी तरह जुटा हुआ है, और घायलों के इलाज की हर संभव व्यवस्था की जा रही है।

पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान बस चालक रतनलाल जाटव, दो अन्य पुरुष भोलाराम कोसवा और बिजरोनी यादव तथा दो महिलाओं गुड्डीबाई यादव और कैलाशबाई यादव के रूप में हुई है। स्थानीय लोगों और पुलिस कर्मियों की एक टीम ने बचाव अभियान चलाया और यात्रियों को बस से बाहर निकाला तथा उन्हें उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया।