पाकिस्तान की जेल में बंद और संभवत बीमार एक भारतीय मछुआरे के परिवार ने पड़ोसी देश के अधिकारियों से उसे मानवीय आधार पर यथाशीघ्र रिहा करने की अपील की है।

गुजरात के गिर सोमनाथ जिले में उन तालुका के ताड गांव के निवासी मछुआरे भगवान शर्मन सोलंकी को अपै्रल 2015 में तब पकड़ लिया गया था जब वह पाकिस्तान जल क्षेत्र में प्रवेश कर गया था। उसके बाद से वह पड़ोसी देश की जेल में बंद है।

सोलंकी के 18 वर्षीय पुत्र संजय के अनुसार पड़ोसी गांवों के कुछ मछुआरों को इस साल मार्च में पाकिस्तान से रिहा किया गया था। इन मछुआरों ने उनके परिवार से बताया कि उसके पिता चार माह से कोमा में हैं। संजय ने कहा कि मेरे पिता का नाम पाकिस्तान की जेल से रविवार को रिहा किए गए 18 मछुआरों की सूची में शामिल क्यों नहीं किया गया।