भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल और बिहार में भाजपा के साथ सरकार चला रही जनता दल (युनाइटेड) गुजरात विधानसभा चुनाव में 50 से ज्यादा उम्मीदवार उतारेगी। जद (यू) के प्रवक्ता और महासचिव केसी त्यागी ने मंगलवार को आईएएनएस को बताया कि इस निर्णय का कोई अलग मतलब नहीं निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके पहले भी जद (यू) गुजरात में चुनाव लड़ चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा पाटीदार समुदाय के लोगों को चार सीटें दी गई हैं, जिससे पाटीदार समुदाय के लोग कांग्रेस से नाराज हैं।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि कई पाटीदार नेता वहां के जद (यू) प्रदेश अध्यक्ष से इस मसले को लेकर मुलाकात कर चुके हैं। त्यागी ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार पहले ऐसे नेता हैं जिन्होंने पाटीदार आरक्षण का समर्थन किया था। त्यागी का दावा है कि कांग्रेस ने शरद यादव खेमे को भी सिर्फ दो सीट दी है, जिस कारण उस गुट में भी नाराजगी है। शरद यादव गुट के खिलाफ चुनाव लड़ने के प्रश्न पर उन्होंने कहा, “जद (यू) गुजरात चुनाव किसी के खिलाफ नहीं होगा, बल्कि यह चुनाव राजनीतिक पहचान बढ़ाने के लिए लड़ा जाएगा। मैं खुद वहां कैंपेन करूंगा।” उल्लेखनीय है कि गुजरात जद (यू) के प्रदेश अध्यक्ष जयंती भाई पटेल ने सोमवार को पटना आकर नीतीश कुमार से मुलाकात की थी।
वहीं, कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार रात नौ उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी। पार्टी ने रविवार को घोषित सूची में चार उम्मीदवार बदल दिए हैं। अब जूनागढ़ सीट पर अमित ठुम्मर की जगह भीखाभाई जोशी, भरुच में किरण ठाकोर के बदले जैश पटेल, कामरेज में नीलेश कुंबानी की जगह अशोकर जीरावाला और वराछा रोड सीट पर प्रभुल्ल भाई सी तोगड़िया के स्थान पर धीरूभाई गजेरा उम्मीदवार होंगे। नौ अन्य उम्मीदवार हैं: अबदास सीट से प्रद्युम्न सिंह जडेजा, भुज से आदम बी चाकी, रापार से संतोक अरेथिया, राजकोट से मिथुल डोंगा, राजकोट दक्षिण से दिनेश चोवातिया, जामनगर उत्तरी से जीवन कुंभरवादिया , जामनगर दक्षिणी से अशोक लाल, खांभालिया से विक्रम मदाम और द्वारका से मेरामन गारिया।