क्षमता बढ़ाकर किराए में कमी करने के मकसद से सरकार ने विमान परिवहन सेवा परिचालन कंपनियों को पूर्वोत्तर और देश के दूसरे हिस्सों में व्यस्त अवधि के दौरान अतिरिक्त उड़ानें परिचालित करने की इजाजत देने की योजना बनाई है। आपदाओं, त्योहारों के मौसम और कुछ दूसरे समयावधि के दौरान हवाई किराए में बढ़ोतरी को देखते हुए यह प्रस्ताव आया है। इस नई रणनीति के तहत नागर विमानन मंत्रालय ने विस्तार एयरलाइंस के उस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है जो गर्मियों में पूर्वोत्तर के लिए अतिरिक्त उड़ानों का परिचालन करने के लिए था।
सूत्रों ने कहा कि एक निश्चित समयावधि के दौरान पूर्वोत्तर के लिए अतिरिक्त उड़ानों का परिचालन करने की इजाजत देना अपनी तरह का पहला कदम है। फिलहाल पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए उड़ानों का परिचालन करने वाली कंपनियां सरकार की इजाजत के बिना उड़ाने को रद्द नहीं कर सकती हैं। हवाई किराए की बढ़ती कीमतों को देखते हुए मंत्रालय ने नई नागर विमानन नीति के मसौदे में एक घंटे की उड़ान के लिए टिकट कीमत 2,500 रुपए तक रखने की प्रस्ताव दिया है।