ढोल-मजीरा लेकर घरों में नेग मांगते किन्नरों को तो आपने कई बार देखा होगा, पर अब ये जरूरी नहीं कि वे नेग मांगने ही आएं। अब किन्नर बकाया टैक्स मांगने भी पहुंच सकते हैं। सबको समान अधिकार देने की सरकार की मंशा को ध्यान में रखते हुए गोरखपुर नगर निगम ने थर्ड जेंडर को भी मौका दिया है। गुजरात मॉडल के तौर पर गोरखपुर में भी यह व्यवस्था लागू की जाएगी, जिसके तहत किन्नर लोगों के घरों से बकाया टैक्स वसूलेंगे।

गोरखपुर नगर निगम अपने बकाए टैक्स की वसूली के लिए एक नई प्रक्रिया शुरू करने वाली है। ये 10 भर्तियां केवल थर्ड जेंडर के लिए ही शुरू की जा रही हैं। नगर आयुक्त अविनाश सिंह के निर्देश पर यह कार्य शुरू किया गया है। सबको सम्मान, सबको अधिकार देने की सरकार की मंशा को देखते हुए गोरखपुर नगर निगम ने थर्ड जेंडर को भी मौका दिया है और इसकी भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है।

गोरखपुर में इलेक्ट्रिक बस डिपो में हुई थी किन्नरों की नियुक्ति- हाल ही में गोरखपुर में इलेक्ट्रिक बस डिपो के लिए तीन थर्ड जेंडर का इंटरव्यू कराकर उन्हें जॉइन कराया गया है। इसके साथ ही अब नगर निगम टीम में भी 10 थर्ड जेंडर की भर्तियां करने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। जिसकी शुरुआत के लिए महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंदगिरी को नगर निगम में आमंत्रित किया गया था। इसके लिए नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने निर्देश भी जारी कर दिया है।

थर्ड जेंडर की बनाएंगे अलग टीम- किन्नरों की नियुक्ति के बारे में जानकारी देते हुए नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने बताया कि हम लोग थर्ड जेंडर की एक टीम बना रहे हैं, जिनसे नगर निगम के काम में मदद ली जाएगी। इस टीम में दस किन्नरों को शामिल किया जाएगा और टैक्स वसूली से लेकर ऑफिस वर्क तक की जिम्मेदारी उन्हें दी जाएगी।

नगर आयुक्त का कहना है कि अब तक अहमदाबाद में ऐसा होता रहा है जहां थर्ड जेंडर टैक्स वसूली के लिए घर-घर जाते थे। उसका परिणाम भी अच्छा रहा है। अविनाश सिंह ने बताया कि शनिवार को महामंडलेश्वर नगर निगम में आ रही हैं। उनके साथ कुछ लोग भी आएंगे। उनसे बातचीत कर 10 किन्नरों का चयन किया जाएगा। इसको लेकर नगर निगम में बाकी औपचारिकताएं पूरी कर ली गयी हैं। बता दें कि गोरखपुर महानगर में नगर निगम में कुल 70 वॉर्ड हैं।