आरएसएस की गोवा इकाई के पूर्व अध्यक्ष सुभाष वेलिंगकर फरार चल रहे हैं। ‘गोवा के रक्षक’ के रूप में प्रतिष्ठित पादरी फ्रांसिस जेवियर के अवशेषों के डीएनए परीक्षण का आह्वान उन्होंने किया था। इसके बाद पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। गोवा पुलिस ने शनिवार को कहा कि सुभाष वेलिंगकर फरार हैं और उनका पता लगाने के लिए छापेमारी की जा रही है।

सेंट फ्रांसिस जेवियर को लेकर की थी विवादित टिप्पणी

कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए सुभाष वेलिंगकर के खिलाफ पूरे गोवा में करीब 6 शिकायतें दर्ज हैं। उनके खिलाफ शुक्रवार रात उत्तरी गोवा के बिचोलिम पुलिस स्टेशन में बीएनएस की धारा 299 (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्यों को अपमानित करने के इरादे से) के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई थी। AAP विधायक क्रूज सिल्वा की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई थी।

एफआईआर के अनुसार आरोपी सुभाष वेलिंगकर ने दुर्भावनापूर्ण इरादों के साथ सेंट फ्रांसिस जेवियर के खिलाफ अपमानजनक भाषण दिया, जिससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची। सूत्रों ने बताया कि पुलिस की एक टीम शुक्रवार रात वेलिंगकर के आवास पर गई थी, लेकिन वह वहां नहीं मिले। वेलिंगकर को 2016 में आरएसएस से हटा दिया गया था।

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वेलिंगकर की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। मडगांव में पुलिस स्टेशन के बाहर 300 से अधिक लोग जमा हो गए, जिनमें कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के कई नेता भी शामिल थे। शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने मडगांव, अंजुना और ओल्ड गोवा में सड़कें जाम कर दीं। मडगांव में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने एक अल्टीमेटम भी जारी किया, जिसमें आरोपी को जल्द गिरफ्तार नहीं किए जाने पर जुआरी पुल को अवरुद्ध रोकने की धमकी दी गई।

प्रमोद सावंत का बयान

गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने लोगों से शांति बनाए रखने और सड़कें न रोकने की अपील की। प्रमोद सावंत ने कहा, “मामले में फादर बोलमैक्स परेरा के खिलाफ जो कार्रवाई की गई, वही कार्रवाई वेलिंगकर के लिए भी लागू की जाएगी।” दक्षिण गोवा के चिकालिम स्थित सेंट फ्रांसिस जेवियर चर्च के पैरिश पादरी फादर बोलमैक्स परेरा पर पिछले साल एक धर्म उपदेश के दौरान छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए धार्मिक भावनाओं को आहत करने का मामला दर्ज किया गया था।”

इस बीच कांग्रेस ने एक बयान में कहा, “गोवा में सांप्रदायिक सद्भाव, शांति और सभी परंपराओं और संस्कृति के प्रति सम्मान की एक अद्वितीय पहचान है। यह सुनिश्चित करना सरकार की ज़िम्मेदारी है कि एक-दूसरे के साथ प्यार और स्नेह साझा करने का यह संवेदनशील ताना-बाना संरक्षित रहे।” वहीं भाजपा सियोलिम विधायक डेलिलाह लोबो ने कहा, “सेंट फ्रांसिस जेवियर सभी धर्मों के लोगों द्वारा पूजे जाने वाले पादरी हैं। वेलिंगकर जैसे लोग सिर्फ सुर्खियों में आने के लिए ऐसे बेवकूफी भरे बयान देते हैं। वे धर्मों के बीच दरार पैदा करना चाहते हैं।” सुभाष वेलिंगकर ने सेंट फ्रांसिस जेवियर के अवशेषों के ‘डीएनए परीक्षण’ का आह्वान किया था और कहा था कि उन्हें गोवा का रक्षक नहीं कहा जा सकता है।