बिहार से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां गया की डिप्टी मेयर चिंता देवी सड़क किनारे सब्जी बेच रही हैं। अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए चिंता देवी गया के केदारनाथ मार्केट में सब्जी बेच रही हैं। वो साल 2023 में गया नगर निगम की डिप्टी मेयर बनी थीं। उससे पहले वो गया नगर निगम में ही एक सफाई कर्मचारी के तौर पर कार्य करती थीं। जहां से रिटायर होने के बाद उन्होंने नगर निगम का चुनाव लड़ा और डिप्टी मेयर बनीं।

नहीं मिली सरकरी सुविधा

डिप्टी मेयर चिंता देवी ने अधिकारियों द्वारा की जा रही अनदेखी से परेशान हो कर उन्होंने सब्जी बेचने का पुराना काम फिर से शुरू कर दिया। उन्होंने अधिकारियों पर आरोप लगाया कि वो नगर निगम की डिप्टी मेयर हैं फिर भी उनको सरकारी स्तर पर कोई गाड़ी नहीं मिली है और ना ही कोई अन्य सरकारी सुविधा। इतना ही नहीं अधिकारी किसी भी फाइल पर उनका हस्ताक्षर तक नहीं कराते हैं। किसी भी बैठक की जानकारी नहीं दी जाती। अगर ऐसा रहा तो आने वाले समय में अनुसूचित जाति का कोई भी डिप्टी मेयर नहीं बनेगा।

चिंता देवी ने आगे कहा कि नगर निगम कार्यालय द्वारा लगातार उनकी अनदेखी की जाती है। फिर भी वो जनता का काम निरंतर रूप से कर रही हैं। नगर निगम का कोई भी पदाधिकारी उनसे बात तक नहीं करता। डिप्टी मेयर के प्रति हो रहे व्यवहार को सुनकर हर कोई हैरान रह गया, साथ ही लोग उनके प्रति भावुक भी थे।

पांच महीने से नहीं मिला भत्ता

पिछले साल बिहार नगर निकाय के चुनाव में चिंता देवी गया नगर निगम की डिप्टी मेयर निर्वाचित हुई थीं। इससे पहले वो गया नगर निगम में सफाई कर्मी के पद पर कार्यरत थीं। सफाई कर्मी से रिटायर्ड होने के बाद चिंता देवी ने 2-3 साल तक केदारनाथ मार्केट में सब्जी बेचा और फिर नगर निकाय चुनाव में उतर गईं।

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बिहार सरकार की ओर से डिप्टी मेयर को प्रति माह यात्रा भत्ता के रूप में 10 हजार रुपये दिया जाता है। लेकिन बीते पांच महीनों से उनको कोई भत्ता नहीं मिल रहा है। इस वजह से उनको आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

गया में भगवान बुद्ध के जीवन से जुड़ा महत्वपूर्ण स्थान है। जहां बड़ी संख्या में बौद्ध धर्म से जुड़े अनुयायी गया आते हैं। यहीं पर भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। जिस वजह से इस जगह को काफी पवित्र माना जाता है। इसके अलावा गया में ही विष्णुपद मंदिर स्थित है। जो भगवान विष्णु को समर्पित है। यहां पर बड़ी संख्या में लोग पितृ विसर्जन के लिए आते हैं। वैसे पितृ विसर्जन के अलावा भी कई दूसरे धार्मिक कारणों से भी गया काफी लोकप्रिय माना जाता है। बुद्ध की इस नगरी के बारे में और ज्यादा जानने के लिए यहां क्लिक करें