गंगा किनारे हो रहे अवैध निर्माण के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के बीच न्यायमित्रों के दल ने रविवार को क्षेत्र का जायजा लिया। न्यायमित्र गंगा किनारे अवैध निर्माण को देखकर भौचक्क रह गए। वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) के दस्तावेजों में कई अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया दिखाया गया था जबकि अवैध निर्माण अस्तित्व में थे। न्यायमित्रों को संकट मोचन मंदिर के महंत के मकान में अवैध निर्माण देखने को मिला। न्यायमित्रों ने नगवा स्थित गंगोत्री विहार पर बसी पूरी अवैध कालोनी देखने पर वीडीए के अधिकारियों व कमर्चारियों को फटकार लगाई।
वीडीए (वाराणसी विकास प्राधिकरण) द्वारा आए दिन छोटे-छोटे कमरे व मकान बनाने वाले लोगों को प्रताड़ित किए जाने के मामले अब धीरे-धीरे जोर पकड़ रहे हैं। पिछले दिनों वीडीए के सचिव व तहसीलदार निर्माण विभाग के अभियंता कर्मियों द्वारा गंगा किनारे निर्माण भवन को जमींदोज करने की धमकी व कथित उत्पीड़न के चलते सर्राफा व्यापारी मनीष अग्रवाल ने आग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद सरकार के खिलाफ धरने-प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया है। इस क्रम में मृतक के परिजन ने वाराणसी आए इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से विश्वनाथ मंदिर के द्वार पर उनसे मुलाकात कर अपनी व्यथा सुनाई जिस पर उन्होंने मामले को संज्ञान में लिया।
गंगा किनारे अवैध निर्माण को संज्ञान में लेते हुए इलाहाबाद समेत कई जनपदों के न्यायमित्रों की टीम ने गंगा किनारे अवैध निर्माण कार्यों का रविवार को जायजा लिया। मनीष गोयल की टीम ने विकास प्राधिकरण अधिकारियों के साथ गंगा किनारे 200 मीटर के दायरे में अवैध निर्माण का मुआयना के समय वीडीए की घोर लापरवाही को संज्ञान में लिया। न्यायमित्र टीम के मुखिया मनीष गोयल को अस्सीघाट स्थित जगन्नाथ मंदिर मकान नंबर 1-39 तक ध्वस्त वीडीए के कागज में दिखाए गए जबकि सभी मकान जस के तस खड़े हैं। इसी इलाके में संकट मोचन मंदिर के महंत के मकान का नक्शा महंत जी से मांगा जिस पर नक्शा के विपरीत निर्माण देखते ही वीडीए के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और पूछा कि किसकीअनुमति से अवैध निर्माण कराया गया। टीम ने कार्रवाई करने का अधिकारियों को निर्देश दिया।
उधर गंगा किनारे अवैध निर्माण के कई मकान के नाले अस्सी नदी में मिला दिए गए। इस पर भी उन मकानों से कागजात न दिखाने पर ध्वस्तीकरण का आदेश दिया। अस्सी घाट के समीप दो होटल व गेस्ट हाउस का भी मुआयना किया गया। चौकीघाट पर गोपाल माझी के अवैध गेस्ट हाउस तथा गलियों में तोड़े गए मकानों का भी निरीक्षण किया गया। न्यायमित्रों का दल मीरघाट, मानमंदिर घाट में कई अवैध निर्माण को भी देख कर भौचक्का रह गया। रश्मि गेस्ट हाउस तथा ऐतिहासिक वेदशाला के 100 मीटर, नारायण घाट पर गेस्ट हाउस, माधवराव धरहरा, रविदास मंदिर, खिड़कियां घाट पर गोवर्धन पूजा समिति के अवैध निर्माण पर वीडीए को एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा गया है। नगवा स्थित गंगोत्री विहार पर बसी पूरी अवैध कालोनी देखने पर वीडीए के अधिकारियों व कमर्चारियों की जमकर क्लास ली गई और कहा गया कि किसके कहने पर यह कालोनी बसाई गई। इस पर वीडीए ने कुछ कहने से इनकार कर दिया। न्यायमित्र के टीम वीडीए की कारगुजारी से बेहद खफा दिखे।