Mahatma Gandhi Statue: दिल्ली के नेल्सन मंडेला मार्ग पर महात्मा गांधी की मूर्ति स्थापित की जानी थी, लेकिन इसका काम एक अजीबोगरीब समस्या में फंस गया है। प्रतिमा की ऊंचाई के कारण अभी तक इसे स्थापित नहीं किया जा सका है। दिल्ली सरकार के अधिकारी ने बताया कि 50 फुट ऊंची स्टैच्यू के डिजाइन में तीन बार बदलाव किया गया, ताकि इसे स्थिर किया जा सके।

तीन माह पहले लगाई जानी थी प्रतिमा

अधिकारियों ने कहा कि प्रतिमा तीन महीने पहले स्थापित की जानी थी, लेकिन इसके डिजाइन के कारण इसे स्थापित नहीं किया जा सका। यह प्रतिमा लोक निर्माण विभाग की स्ट्रीटस्केपिंग परियोजना का हिस्सा है। अधिकारियों के मुताबिक, प्रतिमा 50 फुट ऊंची है, जिसमें 10 फुट ऊंची नींव भी शामिल है। इसका वजन करीब 500 किलोग्राम है। अधिकारियों के मुताबिक, इसकी ऊंचाई की तुलना में प्रतिमा का वजन कम है। अधिकारियों ने बताया कि प्रतिमा आ गई है लेकिन अधिकारियों को इसे स्थापित में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने बताया कि “प्रतिमा का वजन ठीक है, लेकिन संरचना बहुत लंबी है। कभी-कभी ऐसी समस्याएं सामने आती हैं लेकिन हम सलाहकारों के साथ चर्चा कर रहे हैं और आईआईटी- दिल्ली से परामर्श करने की भी योजना बना रहे हैं। चार-पांच दिनों में समस्या का समाधान हो जाएगा।” अधिकारियों ने कहा कि वे इसे सेंट्रल वर्ज पर ट्री लाइन के ऊपर स्थापित करने की योजना बना रहे हैं, ताकि यह दूर से ही दिखाई दे। इससे पहले विभाग को गांधी प्रतिमा स्थापित करने के लिए वन विभाग से मंजूरी लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।

अधिकारियों के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीकी दूतावास द्वारा डिजाइन किए गए इस खंड पर नेल्सन मंडेला की मूर्ति स्थापित करने की भी योजना है। एक अधिकारी ने कहा, “नेल्सन मंडेला की प्रतिमा दक्षिण अफ्रीकी दूतावास द्वारा स्थापित की जाएगी और विदेश मंत्रालय (एमईए) के माध्यम से आएगी… पीडब्ल्यूडी गांधी प्रतिमा स्थापित कर रहा है।” नेल्सन मंडेला की प्रतिमा मजबूत फाइबर सामग्री से बनेगी और सरदार पटेल मार्ग पर ग्यारह मूर्ति पर स्थापित मूर्ति के समान होगी।