भारतीय सूचना सेवा (आइआइएस) अधिकारी भूपेंद्र केंथोला ने मंगलवार को यहां स्थित ‘फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ (एफटीआइआइ) के नए निदेशक का प्रभार संभाल लिया। गौरतलब है कि टीवी कलाकार गजेंद्र चौहान को संस्थान का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने को लेकर पिछले साल छात्रों ने यहां लंबे समय तक प्रदर्शन किया था।

केंथोला ने प्रशांत पथराबे का स्थान लिया है, जो छात्रों की 139 दिनों की हड़ताल के दौरान अंतरिम निदेशक थे। एफटीआइआइ सोसाइटी में चौहान और चार अन्य सदस्यों की नियुक्ति का विरोध करते हुए छात्रों ने हड़ताल की थी। 1989 बैच के आइआइएस अधिकारी का इस शीर्ष संस्थान में तीन साल का कार्यकाल होगा। यह सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संस्था है।

पदभार संभालने के बाद केंथोलिया ने कहा कि वह 56 साल पुराने संस्थान के गौरव को कायम रखेंगे, ‘फिल्म निर्माण और टेलीविजन क्षेत्र में सर्वोत्तम प्रतिभा को पोषित करने की एफटीआइआइ की लंबी परंपरा रही है। मैं खुले दिमाग और साफ दिल से यहां आया हूं और आश्वस्त हूं कि मेरे सभी छात्र, संकाय सदस्य और कर्मचारी मेरी कोशिशों में पूरा सहयोग देंगे।’

छात्रों के खिलाफ एक पुलिस मामला वापस लेने पर उनके रुख के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘इस विषय पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी क्योंकि मैं इस विषय से बहुत अवगत नहीं हूं।’ यह मामला आंदोलन के दौरान पथराबे ने दर्ज कराया था। यह मामला पिछले साल अगस्त में आंदोलन के दौरान कई घंटे तक पथराबे को उनके कार्यालय में बंधक बंद रखे जाने से जुड़ा हुआ है। इस शीर्ष संस्थान में अभिनय, फिल्म निर्माण, वीडियो संपादन, निर्देशन और फिल्म निर्माण से जुड़े पाठ्यक्रम की पढ़ाई होती है।