मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दो दिव्यांगों ने मंत्रालय में जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। जिसके बाद उन्हें आनन फानन में अस्पताल भर्ती करवाया गया। जहां उनकी हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक दोनों दिव्यांग मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने पहुंचे थे और नौकरी न मिलने की वजह से परेशान थे।

क्या है पूरा मामला : मामला दोपहर करीब 3 बजे का है जब घाटीगांव क्षेत्र के पुलकापुरा निवासी दो दिव्यांग मंत्रालय पहुंचे। कुछ देर बाद जब वह दोनों जोर जोर से चिल्लाने लगे, ऐसे में वहा हड़कंप मच गया। मंत्रालय के सुरक्षाकर्मियों ने जहांगीराबाद पुलिस की मदद से उन्हें पास के जेपी हॉस्पिटल में पहुंचाया। जेपी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने उन लोगो को तुरंत हमीदिया हॉस्पिटल रेफर किया। जहां इलाज के बाद दोनों की हालत स्थिर बताई जा रही है। दोनों दिव्यांगों की पहचान रामनिवास और सुल्तान के रूप में हुई है।

क्यों खाया जहर: जानकारी के मुताबिक पुलिस को पड़ोसियों से पूछताछ पर पता चला है कि दोनों युवक बेरोजगारी से बहुत परेशान थे। बता दिया जाए कि पिछले साल प्रदेश सरकार ने दिव्यांगों के लिए विशेष भर्ती अभियान चलाया था। रामनिवास ने इसमें आवेदन भी किया था लेकिन उन्हें अपात्र घोषित कर दिया गया था। उसके बाद दोनों स्थानीय स्तर पर शासन की योजनाओं का लाभ लेकर रोजगार शुरू करना चाहते थे लेकिन इसमें भी उन्हें कोई मदद नहीं मिली।

पुलिस का क्या है कहना: भोपाल के साउथ एसपी संपत उपाध्याय ने मीडिया को बताया की अभी तक दिव्यांगों के जहरीला पदार्थ खाने की वजह का पता नहीं चल पाया है। लेकिन जांच जारी है।