रुचिका गिरहोत्रा यौन शोषण मामले के दोषी हरियाणा के पूर्व पुलिस महानिदेशक एसपीएस राठौर गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के कार्यक्रम में कई गणमान्य लोगों के बीच मंच पर दिखे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पंचकुला के कार्यक्रम में राठौर को देखा गया। राठौर परेड ग्राउंड में पहली पंक्ति में बैठे दिखे। 1990 में पंचकुला के सेक्टर 6 स्थित हरियाणा लोन टेनिस एसोसिएशन के दफ्तर में राठौर ने 14 वर्षीय रुचिका गिरहोत्रा के साथ यौन शोषण किया था। मामले की पुलिस में शिकायत करने के बाद रुचिका को प्रताड़ना का शिकार होना पड़ा था, जिससे आजिज आकर 28 दिसंबर 1993 में उन्होंने आत्महत्या कर ली थी। मामले के 19 वर्षों बाद कोर्ट ने 2009 में राठौर को दोषी करार देते हुए 6 महीने की जेल की सजा सुनाई थी। 2016 में सुप्रीम कोर्ट ने राठौर की सजा बरकरार रखी थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रुचिका की दोस्त आराधना गुप्ता ने कार्यक्रम में एसपीएस राठौड़ की मौजूदगी को तिरंगे का अपमान बताया। आराधना ने कहा कि जिला प्रशासन ने राठौर को बुलाकर शर्मनाक व्यवहार किया है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से दोषी ठहराए गए ऐसे अपराधियों को इस तरह के कार्यक्रम में बुलाकर अपराध को बढ़ावा मिलता है। अराधाना ने कहा कि ऐसे अपराधियों को निमंत्रण देने पर लड़कियां खुद को महफूज महसूस नहीं करेंगी।
Deeply saddened. Administration needs to give explanation. Who invited him? No girl can feel secure with such behaviour of administration: Aradhana Gupta,friend of Ruchika Girhotra, on convicted Ex-Haryana DGP SPS Rathore sharing stage at district level #RepublicDay celebrations pic.twitter.com/rPK2XjGQMt
— ANI (@ANI) January 28, 2018
आराधना ने मीडिया से कहा- ”गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में इस तरह गणमान्य लोगों के बीच राठौर को देखकर बहुत दुखी हूं। प्रशासन को इसका जवाब देना चाहिए। राठौर को किसने निमंत्रण भेजा? प्रशासन के इस रवैये से कोई भी लड़की अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर सकती है।” बता दें कि आराधना की गवाही पर ही राठौर को ट्रायल कोर्ट ने दोषी माना था। रुचिका के माता-पिता ने बेटी को न्याय दिलाने के लिए लगातार लड़ाई लड़ी थी। शीर्ष अदालत ने 2016 में राठौर के खिलाफ निचली अदालत का फैसला बरकरार रखा था। इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन की सूबे में काफी किरकिरी हुई थी।