राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को यहां राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में पूर्व रक्षा सचिव आरके माथुर को आठवें मुख्य सूचना आयुक्त के रूप में शपथ दिलाई। त्रिपुरा कैडर के सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी 62 साल के माथुर ने पिछले साल मई में रक्षा सचिव के रूप में अपना दो साल का कार्यकाल पूरा किया था। सीआइसी के रूप में उनका कार्यकाल करीब तीन साल का होगा। वह तब 65 साल के हो जाएंगे। राष्ट्रपति के 14 दिवसीय दक्षिणी प्रवास में रहने और 31 दिसंबर को वापस लौटने के कारण शपथ ग्रहण समारोह पहले आयोजित नहीं किया जा सका।
वित्तमंत्री अरुण जेटली और लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खडगे की सदस्यता और प्रधानमंत्री की अगुवाई वाली चयन समिति ने पिछले साल 16 दिसंबर को नए मुख्य सीआइसी के रूप में माथुर का चयन किया था। भाजपा सरकार के 2014 में सत्ता में आने के बाद से केंद्रीय मुख्य सूचना आयुक्त का पद दो बार खाली हुआ है। इससे पहले, अगस्त 2014 में तत्कालीन मुख्य सूचना आयुक्त राजीव माथुर का कार्यकाल पूरा होने के बाद करीब 10 महीने तक इसका कोई प्रमुख नहीं था। यह पद विजय शर्मा के सेवानिवृत्त होने के कारण एक महीना पहले फिर से खाली हो गया था। इस समय सात सूचना आयुक्त बसंत सेठ, यशोवर्द्धन आजाद, शरत सभरवाल, मंजुला पराशर, एमए खान युसूफी, मदभूषणम श्रीधर आचार्युलू और सुधीर भार्गव हैं। आयोग में एक प्रमुख और दस सूचना आयुक्त होते हैं। सूचना आयोग में तीन आयुक्तों का पद अब भी खाली पड़े हैं।
