Jammu- Kashmir News: जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने हाल ही में पांच कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। प्रशासन ने इन्हें ‘राज्य की सुरक्षा के लिए खतरा’ बताया है। कर्मचारियों में एक पुलिसकर्मी और एक बैंक मैनेजर शामिल हैं।
शनिवार (15 अक्टूबर) को जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बारामूला सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंधक अफाक अहमद वानी, ग्रामीण स्तर के कार्यकर्ता सैयद इफ्तिखार अंद्राबी, पुलिस की सहायक शाखा के एक कांस्टेबल तनवीर सलीम डार और एक अर्दली इरशाद अहमद खान को बर्खास्त करने के आदेश जारी किए। इसके अलावा जल शक्ति विभाग के एक कर्मचारी और बिजली विकास विभाग में एक सहायक लाइनमैन मोमिन पीर को भी बर्खास्त किया गया।
इससे दो महीने महीने पहले ही कश्मीर विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर और एक वैज्ञानिक, कश्मीर प्रशासनिक सेवा (केएएस) के अधिकारी और जम्मू-कश्मीर के उद्यमिता विकास संस्थान (जेकेईडीआई) के एक प्रबंधक को भी प्रशासन ने बर्खास्त कर दिया था।
तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त: सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) द्वारा शनिवार को जारी आदेश के मुताबिक, “उपराज्यपाल मामले के तथ्यों और परिस्थितियों पर विचार करने के बाद और उपलब्ध जानकारी के आधार पर संतुष्ट हैं कि वानी की गतिविधियां इस तरह की हैं कि उन्हें सेवा से बर्खास्त किया जा सकता है। उपराज्यपाल भारत के संविधान के अनुच्छेद 311 के खंड (2) के प्रावधान के उपखंड (C) के तहत संतुष्ट हैं कि राज्य की सुरक्षा के हित में वानी के मामले में जांच करना सही नहीं है। ऐसे में उपराज्यपाल द्वारा वानी को तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त किया जाता है।”
अनुच्छेद 311 (2) (सी) सरकार को अपने कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगे बिना या उनके आचरण की जांच के आदेश के बिना बर्खास्त करने की अनुमति देता है। इस विवादास्पद अनुच्छेद के तहत अब तक लगभग 34 सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त किया जा चुका है लेकिन सरकार ने उनसे या मीडिया से उन कर्मचारियों की बर्खास्तगी के कारणों को साझा नहीं किया है।
एक साल में 40 से अधिक कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त: इसी क्रम में सरकार ने अन्य चार कर्मचारियों को बर्खास्त करने का निर्देश दिया है। बर्खास्त किए गए पांच कर्मचारियों में से चार उत्तरी कश्मीर के हैं जबकि एक श्रीनगर का है। पिछले एक साल में जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने 40 से अधिक कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं, जिनमें से पांच जम्मू क्षेत्र से और बाकी कश्मीर घाटी से हैं।