दुलारचंद यादव की मौत का मामला और तूल पकड़ गया है। दुलारचंद यादव की शव यात्रा के दौरान शुक्रवार को भारी बवाल हुआ और पत्थरबाजी और गोलीबारी की घटना हुई। पत्थरबाजी और गोलीबारी की घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी वाले हालात बन गए। हालात को देखते हुए मोकामा में भारी संख्या में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है।
दुलारचंद यादव की हत्या मोकामा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान गुरुवार को हुई थी। उस दौरान दुलारचंद यादव जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के काफिले में शामिल थे।
पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार को जब उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट ले जाया जा रहा था तो इसी दौरान पत्थरबाजी और गोलीबारी हुई।
जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह समेत 5 पर एफआईआर दर्ज
अनंत सिंह ने आरोपों को नकारा
दुलारचंद यादव की हत्या का आरोप मोकामा विधानसभा सीट से जेडीयू के उम्मीदवार और बाहुबली नेता अनंत सिंह पर लगा है लेकिन उन्होंने इन तमाम आरोपों को नकार दिया है और इसके पीछे सूरजभान सिंह को जिम्मेदार ठहराया है।
सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा सिंह इस सीट से आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। वीणा देवी ने कहा है कि अनंत सिंह के सारे आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि अनंत सिंह का नामांकन रद्द कर दिया जाए। वीणा देवी ने कहा है कि इस घटना में उनका या उनके पति का कोई हाथ नहीं है। पीयूष प्रियदर्शी व उसके समर्थकों और परिजनों से पूछताछ में सच्चाई सामने आ जाएगी।
हत्या का मामला दर्ज
इस मामले में दुलारचंद यादव के पोते के बयान के आधार पर अनंत सिंह, उनके दो भतीजों रणवीर व कर्मवीर के अलावा छोटन सिंह व संजय सिंह समेत कई अज्ञात लोगों पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
दुलारचंद यादव की मौत पर पूर्व सांसद सूरजभान सिंह ने कहा, “इसे किसी एक व्यक्ति की हत्या मत कहिए, यह लोकतंत्र पर हमला है।” कांग्रेस ने इस मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।
लोग बंदूक और गोली लेकर घूम रहे- तेजस्वी
दुलार चंद यादव की हत्या को लेकर बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा, “चुनाव के दौरान कुछ लोग बंदूक और गोली लेकर घूम रहे हैं। प्रधानमंत्री जी 30 साल पुरानी बातें करते हैं लेकिन 30 मिनट पहले क्या हुआ… आज एक एएसआई की सीवान में हत्या कर दी गई और दुलारचंद यादव जी की मोकामा में हत्या हुई है।”
