ट्रेनों को आग लगने से होने वाली दुर्घटनाओं से बचाने के प्रयास के तहत रेलवे ने 2,500 से अधिक बोगियों में आग एवं धुआं संकेत प्रणाली स्थापित की है। योजना के तहत सभी वातानुकूलित बोगियों, द्वितीय श्रेणी एवं गार्ड के अलावा सामान बोगी और रसोईयान बोगियों में अग्निशमन यंत्र उपलब्ध कराये गये हैं। इसके अलावा ट्रेनों में जल से आग बुझाने की प्रणाली भी स्थापित की गयी है।
रेलवे के अधिकारी ने बताया कि नयी दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी, नयी दिल्ली-जम्मू तवी राजधानी और काचीगुडा-त्रिपुरा-गुंटुर मार्ग पर चलने वाली वातानुकूलित डबल डेकर में इस प्रकार की अग्निशमन प्रणाली लगायी गयी है। उन्होंने बताया कि रेलवे ने प्राथमिक प्रतिक्रिया के आधार पर अब अग्निशमन प्रणाली वाली 2,750 बोगियों को चलाने की मंजूरी दी है।
अधिकारी ने बताया कि कारपोरेट सुरक्षा योजना 2003-2013 के तहत वर्ष 2012-13 तक रेलवे में आग लगने की घटनाओं में उल्लेखनीय कमी लाने का लक्ष्य तय किया गया है। उन्होंने बताया कि 2012-13 में ट्रेन में आग लगने की नौ घटनायें हुयी थीं, जबकि चालू वर्ष में 31 जनवरी तक इस प्रकार की कोई घटना नहीं हुयी है।