बिहार के मोकामा में हुए दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में पुलिस ने आखिरकार शनिवार देर रात को बाहुबली नेता अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पटना पुलिस ने अनंत सिंह के दो साथियों- मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम को भी सलाखों के पीछे भेज दिया है।
दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि 30 अक्टूबर को घटना वाले दिन जेडीयू और जन सुराज पार्टी के समर्थकों के बीच तारतर गांव में झड़प हुई और इस दौरान अनंत सिंह ने दुलारचंद यादव पर गोली चला दी।
पटना के एसएसपी कार्तिकेय के. शर्मा का कहना है कि अनंत सिंह और उसके साथियों की गिरफ्तारी सीसीटीवी फुटेज, गवाहों के बयानों और पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जांच के बाद की गई है। उन्होंने कहा कि अब तक इकट्ठा किए गए सबूतों के आधार पर यह पता चला है कि जब अनंत सिंह घटना स्थल पर मौजूद थे।
अनंत सिंह की पहचान मुख्य आरोपी के रूप में की गई है। एसएसपी का कहना है कि इस मामले में अब तक छह एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं और पुलिस की जांच जारी है।
दुलारचंद यादव की हत्या मामले में आया अनंत सिंह का बयान
आमने-सामने आ गए काफिले
पुलिस ने कहा है कि 30 अक्टूबर को दोपहर लगभग 3:30 बजे यह घटना तब हुई, जब अनंत सिंह और जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के काफिले आमने-सामने आ गए। दोनों के समर्थकों के बीच लड़ाई शुरू हो गई और इसमें कई लोग घायल हुए और दुलारचंद यादव जन सुराज पार्टी के काफिले में शामिल थे।
एफआईआर में कहा गया है कि हिंसा की सूचना मिलने पर जब पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे तो दुलारचंद यादव गाड़ी के अंदर मिले लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी। उनके शरीर पर कई चोट थी। शुरुआती जांच में पता चला है कि दुलारचंद यादव को पहले गोली मारी गई और फिर गाड़ी से कुचल दिया गया।
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पोते ने दर्ज कराई शिकायत
30 अक्टूबर को दुलारचंद यादव के पोते नीरज कुमार द्वारा घोसवारी थाने में दर्ज कराई शिकायत में कहा गया है कि अनंत सिंह अपने कई साथियों के साथ उनकी गाड़ी के पास आए और दुलारचंद यादव को गालियां देने लगे। जब यादव ने इसका विरोध किया तो राजवीर सिंह और कर्मवीर सिंह नाम के दो लोगों ने उन्हें गाड़ी से बाहर खींच लिया।
शिकायत में कहा गया है कि इसके बाद अनंत सिंह ने अपनी कमर से पिस्तौल निकाली और दुलारचंद यादव पर गोली चला दी, जो उनके बाएं टखने में लगी। इसके बाद दुलारचंद यादव गिर गए और छोटन सिंह और संजय सिंह नाम के दो लोगों ने उन पर रॉड से हमला कर दिया।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि इसके बाद कुछ लोगों ने दुलारचंद यादव को थार गाड़ी से दो-तीन बार कुचला और भाग गए। एसएसपी ने बताया कि दुलारचंद यादव का आपराधिक रिकॉर्ड था और उनके खिलाफ हत्या और आर्म्स एक्ट के तहत मामले दर्ज थे।
‘छोटे सरकार’ के नाम से जाने जाते हैं अनंत सिंह
अनंत सिंह की छवि मोकामा की राजनीति में बाहुबली नेता की है और उन्हें छोटे सरकार कहा जाता है। वह जेडीयू, आरजेडी और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भी मोकामा में चुनाव जीत चुके हैं। उनकी पत्नी नीलम देवी ने 2022 में हुए उपचुनाव में मोकामा की सीट जीती थी। बताया जा रहा है कि दुलारचंद यादव और अनंत सिंह के बीच तनाव तब ज्यादा बढ़ गया था, जब दुलारचंद कुछ दिन पहले प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी में शामिल हो गए थे।
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