समाजवादी पार्टी के एमएलसी उम्मीदवार और बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. कफील खान के खिलाफ यूपी के देवरिया में एक आपराधिक मामला दर्ज कराया गया है। उन पर आरोप है कि “ड्राइवर की आपत्ति” के बावजूद एक महिला रोगी की जांच करने के लिए वह “जबरन घुस” एक एंबुलेंस में गए। इस पर एंबुलेंस ड्राइवर प्रकाश पटेल ने उनके खिलाफ केस दर्ज करा दिया। ड्राइवर जिले के भलुहानी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में काम करता है। हालांकि खान ने इसे राजनीति से प्रेरित मामला बताया है। उनका कहना है कि वह देवरिया-कुशीनगर से एमएलसी का चुनाव लड़ रहे हैं, इसलिए ऐसा किया गया।
देवरिया सर्किल अधिकारी श्रीयश त्रिपाठी ने कहा कि खान के खिलाफ आईपीसी की धारा 332 (स्वेच्छा से अपने कर्तव्य से लोक सेवक को चोट पहुंचाना) और 353 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस के मुताबिक एंबुलेंस चालक ने अपनी शिकायत में बताया कि 26 मार्च को एक महिला मरीज को इलाज के लिए पीएचसी लाया गया था और उसकी जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे देवरिया जिला अस्पताल रेफर कर दिया। उसे पीएचसी एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि चूंकि एंबुलेंस में आवश्यक मात्रा में ऑक्सीजन नहीं थी, इसलिए वे अपने साथ अंबु बैग (कृत्रिम मैनुअल ब्रीदिंग यूनिट) ले जा रहे थे। लेकिन, अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचते ही महिला की मौत हो गई।
ड्राइवर पटेल ने आरोप लगाया कि कुछ देर बाद खान जबरन एंबुलेंस में घुस गए और सरकारी काम में बाधा पैदा करते हुए महिला मरीज की जांच करने लगे।
उसने कहा 28 मार्च को, खान ने एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें उन्हें एंबुलेंस के अंदर और फिर अस्पताल में एक मरीज का इलाज करते देखा जा सकता है। खान ने अपने ट्वीट में कहा कि जिस एंबुलेंस में महिला को जिला अस्पताल लाया गया, उसमें ऑक्सीजन सिलेंडर खाली था। इसके अलावा, अस्पताल में कोई अंबु बैग, लैरींगोस्कोपी, ईटी ट्यूब (एंडोट्रैचियल ट्यूब) और जीवन रक्षक दवाएं नहीं थीं।”
खान ने कहा, “मैं एक महिला को अस्पताल ले गया था, जो सड़क दुर्घटना में घायल हो गई थी। जब मैं अस्पताल से बाहर आ रहा था तो एक युवक ने मुझसे एंबुलेंस के अंदर पड़ी अपनी मां की जांच करने को कहा।
उन्होंने कहा “मेरा मानना है कि मेरे खिलाफ मामला दर्ज किया गया था क्योंकि मैंने अस्पताल और एंबुलेंस में जो कमियां पाई थीं, उसके बारे में मैंने ट्वीट किया था। मेरे खिलाफ मामला राजनीति से प्रेरित है। मैं चुनाव लड़ रहा हूं और लोग मेरा समर्थन कर रहे हैं। मेरा ध्यान भटकाने के लिए उन्होंने मेरे खिलाफ केस कर दिया। मैं इस मामले को अपने उत्पीड़न की निरंतरता के रूप में देखता हूं।”