Rajasthan : राजस्थान में पेपर लीक का मामला एक बार फिर चर्चा में है। रीट प्रथम लेवल की मुख्य परीक्षा के पहले दिन ही जोधपुर में एक गिरोह को दबोचा गया है। यह गिरोह बनाड़ रोड पर मैरिज गार्डन में परीक्षा शुरू होने से पहले ही पेपर हल कर रहा था।
हालांकि जोधपुर के घटनाक्रम पर कर्मचारी बोर्ड के चेयरमैन ने कहा है कि अभी पेपरलीक जैसी कोई बात नहीं है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
राजस्थान में लगातार पांच दिन तक चलने वाली शिक्षक भर्ती परीक्षाओं को लेकर सरकार काफी सतर्क नजर आ रही है। सरकार ने कड़े कदम उठाते हुए पेपर लीक की चर्चा के बीच नेट बंद करने का फैसला किया है।
परीक्षा के पहले दिन आज कई जगह परीक्षा से संबंधित कई मामले सामने आने के बाद सरकार ने जहां भरतपुर और अजमेर जिले में नेट बंद कर दी तो वहीं अब जयपुर जिले में भी नेट बंद करने का फैसला लिया गया है।
इंटरनेट बंद का ऐलान
कार्यालय संभागीय आयुक्त जयपुर ने 25 और 26 फरवरी को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद करने का फैसला किया है। यह फैसला परीक्षा के सफल आयोजन को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। अजमेर, जोधपुर और अन्य जिलों में पहले ही इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयी हैं।
संभागीय आयुक्त प्रकाश राजपुरोहित की ओर से जारी निर्देशों के मुताबिक यह आदेश जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के तमाम थाना क्षेत्रों में लागू रहेगा। पुलिस को इन आदेशों की पालना कराने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि अस्थाई तौर पर नोट बंदी के आदेश दिए गए हैं।
लगातार उठ रहा है पेपर लीक का मामला
राजस्थान में पेपर लीक का मामला लगातार चर्चा में है। विपक्ष ने राजस्थान सरकार को इस मामले पर लगातार घेरा है। खुद राजस्थान सरकार के विधायक सचिन पायलट भी इस मामले को लेकर अपनी ही सरकार पर सवाल उठा चुके हैं। पेपर लीक को लेकर हाल ही में सचिन पायलट ने कहा था कि पेपर तिजोरी में बंद होता है। तिजोरी में बंद पेपर बाहर बच्चों तक कैसे पहुंच गया। यह तो जादूगरी हो गई इससे पहले अशोक गहलोत ने कहा था कि पेपर लीक में कोई नेता और अधिकारी शामिल नहीं है।