Farrukhabad Tomb or Temple: ज्ञानवापी का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है कि अब फर्रुखाबाद में भी ऐसा ही मामला सामने आ रहा है। कायमगंज क्षेत्र के गांव मऊ रशीदाबाद स्थित नवाब रशीद खां का मकबरा काफी सालों पुराना है। इस मकबरे को लेकर कोर्ट में केस फाइल किया गया है। रशीद मियां के मकबरे की देखभाल पुरातत्व विभाग के द्वारा की जाती है। कोर्ट के आदेश के बाद इसका सर्वेक्षण किया गया था और अब अमीन को अपनी रिपोर्ट कोर्ट में पेश करनी है।

फर्रुखाबाद के कायमगंज के रहने वाले हिंदू जागरण मंच के एक कार्यकर्ता प्रदीप सक्सेना ने मकबरे के जगह पर शिव मंदिर होने का दावा किया। इस संबंध में नोटिस देकर डीएम और परातत्व विभाग से मकबरे का सर्वे कराने की भी मांग की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि इस जगह पर पहले मंदिर हुआ करता था, जिसे मुगलों ने तोड़कर मकबरे का निर्माण करवाया है।

इसके इतर हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता ने फतेहगढ़ कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और सिविल जज के सामने एक केस फाइल किया था। इसमें कार्यकर्ता के द्वारा यह मांग की गई है कि यहां पर हिंदू धर्म के लोगों को पूजा करने से नहीं रोका जाना चाहिए। कोर्ट ने अमीन से मकबरे का सर्वे करके रिपोर्ट पेश करने को कहा है।

हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता का दावा

हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता प्रदीप सक्सेना ने मामले पर बताते हुए कहा कि कायमगंज के मऊ रशीदाबाद में मकबरे की जगह पर पहले गंगेश्वर नाथ का मंदिर हुआ करता था। इसको मुगल शासकों ने तुड़वाकर नवाब रशीद मियां का मकबरा बनवा दिया गया और इस पर कब्जा कर लिया गया। उन्होंने आगे कहा कि कोर्ट ने इस मामले में अमीन से सर्वे कराया है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि मकबरे पर कुछ हिंदू निशान भी देखने को मिले हैं।