Farmers Protest: राकेश टिकैत समेत कई किसान नेताओं की मौजूदगी में लखीमपुर खीरी में किसान 4 दिनों के लिए धरने पर बैठने जा रहे हैं। गुरुवार (18 अगस्त, 2022) को धरने की शुरुआत होगी और यह धरना 4 दिनों तक चलेगा। इसमें किसान नेता राकेश टिकैत, दर्शनपाल, योगेंद्र यादव, जोगेन्द्र उग्राहा और मेधा पाटकर जैसे लोग शामिल होने जा रहे हैं।
किसान इस दौरान सरकार से कई मांगें करेंगे। इनमें सबसे अहम और पहली मांग यह है कि किसान आंदोलन के दौरान लखीमपुर खीरी के प्रदर्शनकारी किसानों पर लगाए गए मुकदमे वापस लिए जाएं। इसके अलावा, प्रदर्शन के दौरान गंभीर रूप से घायल लोगों को दस लाख रुपए की सहायता राशि देने के वादे को पूरा करने की भी मांग की जाएगी।
किसानों की मांगों में एक मांग यह भी होगी कि बीजेपी नेता अजय मिश्रा को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाया जाए और उन पर भी मुकदमा चलाया जाए। इसके साथ ही एमएसपी पर गठित कमिटी के विरोध की मांग होगी और गन्ने का समय पर भुगतान के लिए भी किसान धरने में आवाज उठाएंगे।
इन सबके अलावा, किसान नेता धरने में इस बात की भी मांग करेंगे कि केंद्र जिले में फसल खरीद की संख्या बढ़ाए और किसानों को सिंचाई के लिए फ्री बिजली मिले। साथ ही जंगलात विभाग द्वारा किसानों को दिए गए नोटिस रद्द कर सभी किसानों को उन जमीनों पर मालिकाना हक दिया जाए।
स्वतंत्रता दिवस पर राकेश टिकैत ने निकाली तिरंगा यात्रा
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सोमवार को किसान नेता राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में तिरंगा यात्रा निकाली। उन्होंने किसानों के साथ “म्हारा ट्रैक्टर म्हारा तिरंगा” के नाम से रैली निकाली।
राकेश टिकैत की अगुआई में निकाली गई इस रैली में बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। इस दौरान टिकैत ने कहा कि सरकार के दिमाग से ट्रैक्टर और तिरंगे को नहीं निकलने देंगे। तिरंगा यात्रा में वह सिर पर नारंगी पगडी, हरा दुपट्टा और सफेद कुर्ता पहनकर ट्रैक्टर चलाते नजर आए। उन्होंने कहा, “देश में ट्रैक्टर पर ये तिरंगा यात्रा चलेगी। सरकार के दिमाग से ट्रैक्टर और तिरंगा नहीं निकलने देना है।”
राकेश टिकैत ने आगे कहा कि 26 जनवरी, 2021 को दिल्ली में 4 लाख ट्रैक्टर गए थे। यह रिहर्सल है, चलती रहेगी 15 अगस्त और 26 जनवरी को। इससे ट्रैक्टर रवां होते रहेंगे और सरकार भी रवां होती रहेगी।