केंद्र सरकार के तीन कृषि बिलों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन के बीच कर्नाटक के कृषि मंत्री बीसी पाटिल ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने आत्महत्या करने वाले अन्नदाताओं को कायर बताया है। प्रदेश की बीएस येदियुरप्पा सरकार में मंत्री पाटिल ने गुरुवार (3 दिसंबर, 2020) को कहा कि ‘जो किसान आत्महत्या करते हैं वो कायर हैं। सिर्फ एक कायर ही आत्महत्या करता है जो अपनी पत्नी और बच्चों की देखभाल नहीं कर सकता।’ उन्होंने किसानों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब हम पानी में गिरे हैं तो तैरना होगा और जीतना होगा।

कोडागू जिले के पोन्नमपेट में भाजपा नेता ने आगे कहा कि कायरों को इस बात का एहसास नहीं कि कृषि का बिजनेस लाभदायक है मगर अपनी जान ले लेते हैं। उन्होंने सोने की चूड़ियां पहनने वाली एक महिला का उदाहरण देते हुए कहा कि मैंने जब महिला से पूछा कि उसके हाथ सोने की चूड़ियों से भरे हुए हैं। तो आप जानते हैं उस महिला मुझसे क्या कहा? ये 35 सालों की कड़ी मेहनत के बदले में धरती मां ने मुझे दिए हैं।

मंत्री ने पूछा कि जब कृषि पर निर्भर एक महिला इतना सबकुछ हासिल कर सकती है तो दूसरे किसान क्यों नहीं? इधर कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के प्रवक्ता वीएस युगरप्पा ने कृषि मंत्री के बयान की निंदा की है। उन्होंने भाजपा नेता के बयान को किसान समुदाय के प्रति अपमानजनक बताया।

उन्होंने कहा कि उनके बयान से किसानों का अपमान हुआ है। उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस नेता ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि कोई किसान अपनी जिंदगी खत्म नहीं करना चाहता है। मगर बाढ़ और सूखे जैसे कई बड़े कारण हैं जिन्हें अभी तक सुलझाया नहीं जा सका है। मगर इन समस्याओं की गंभीरता को समझे बिना मंत्री गैर जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं।